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10वीं और 12वीं के बाद अब कॉलेज में फर्स्ट ईयर के स्टूडेंट्स होंगे बिना परीक्षा दिए पास, देखें रिपोर्ट

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उत्तर प्रदेश में 10वीं और 12वीं के स्टूडेंट्स को प्रमोट करने के बाद कॉलेज स्टूडेंट्स भी प्रमोट होंगे। दरअसल, यूपी के उपमुख्यमंत्री डॉ दिनेश शर्मा ने यूनिवर्सिटी एग्जाम (University Exam 2021) को लेकर बड़ा फैसला सुनाया है। जिसके तहत उत्तर प्रदेश के यूनिवर्सिटी और कॉलेजों में ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन के फर्स्ट ईयर के छात्रों को बिना एग्जाम के प्रमोट किया जाएगा। उन्होंने बताया कि लास्ट ईयर के छात्रों के लिए अगस्त के बीच तक परीक्षाएं आयोजित कराई जाएगी।

आपको बता दें कि यूनिवर्सिटी की परीक्षाओं को लेकर उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से नई गाइडलाइन जारी की गई है। इस नई गाइडलाइन्स के मुताबिक, ऐसे यूनिवर्सिटी जहां ग्रेजुएशन कोर्सेज के प्रथम वर्ष की परीक्षाएं अभी नहीं हुई है, उनके छात्रों को द्वितीय वर्ष में प्रमोट कर दिया जाएगा। वहीं साल 2022 में होने वाली उनकी सेकंड ईयर की परीक्षा के अंकों के आधार पर अंतर्वेशन से उनके प्रथम वर्ष का परिणाम और अंक तय किए जा सकते है।

उपमुख्यमंत्री डॉ दिनेश शर्मा ने इस फैसले को लेने से पहले राज्य में यूनिवर्सिटी की परीक्षाओं पर तीन कुलपतियों की समिति गठित की थी। इस समिति में छत्रपति शाहूजी महाराज यूनिवर्सिटी, कानपुर के कुलपति प्रोफेसर विनय पाठक, लखनऊ यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रोफेसर आलोक कुमार राय, महात्मा ज्योतिबा फुले रूहेलखंड यूनिवर्सिटी, बरेली के कुलपति प्रोफेसर कृष्णपाल सिंह शामिल थे। समिति ने विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में प्रथम और द्वितीय वर्ष के छात्रों की पदोन्नति के लिए रोडमैप तैयार किया है।

बैठक में समिति ने सुझाव दिया कि विश्वविद्यालयों को अपने स्तर पर लास्ट ईयर के छात्रों के लिए यूपी कॉलेज परीक्षा 2021 का प्रारूप तय करने की अनुमति दी जानी चाहिए, क्योंकि ज्यादातर जगह 2020 और 2021 की परीक्षाएं नहीं हुई है। ऐसे में छात्र एक ही साल की परीक्षा देकर पास कर सकते थे।