बिजनेस में घाटा होना और घर में किसी तरह की समस्या होना, इन सब के पीछे वास्तु दोष जुड़ा होता हैं। वास्तुशास्त्र पूरी तरह से पांच तत्व यानी पृथ्वी, जल, वायु, अग्नि और आकाश पर आधारित है। अगर इनमें से किसी भी एक तत्व की कमी हो, तो दिक्कतें होने लगती हैं। इसके कई उपाय हैं, जो इनका निवारण करती हैं। आज हम आपको घोड़े की नाल से जुड़े वास्तु टिप्स के बारे में बताएंगे।
घोड़े की नाल निगेटिव एनर्जी को दूर रखती है। घोड़े की नाल या नाव की कील के कई उपयोग सदियों से चलन में हैं। वास्तु के अलावा ज्योतिष और लाल किताब में भी घोड़े की नाल के प्रयोग को बहुत अहम बताया गया है। खासतौर पर काले घोड़े की नाल घर के कई वास्तु दोष दूर करने में सक्षम होती है। बस इसके लिए U शेप की घोड़े की नाल को घरों में नीचे की ओर लगाना होता है। वहीं दुकान, ऑफिस, कारखाने आदि में ऊपर की ओर करके लगाने से निगेटिव एनर्जी दूर रहती है।
घोड़े की नाल के अलावा आप इन परेशानियों से छुटकारा पाने के लिए आइने का इस्तेमाल कर सकते हैं। आइना कई वास्तु दोषों को दूर करता हैं। लेकिन हमेशा एक जरूरी बात याद रखें कि घर में कोई भी आइना दक्षिणी दीवार पर न लगाएं। ऐसा करना बहुत अशुभ होता है। घर के सामने बड़ा खंबा, पेड़, मकान, खंडहर का होना अशुभ होता है। ऐसे में घर के मुख्य द्वार की चौखट के ऊपर एक गोल शीशा लगा देने से घर में आने वाली नकारात्मक शीशे से टकराकर लौटकर चली जाती है। घर का उत्तर-पूर्वी कोना कटा हो या छोटा हो तो वहां पर एक बड़ा आइना लगा दें। इससे वह जगह बढ़ी हुई दिखने लगती है और इससे वास्तु दोष दूर हो जाता है।