भगवान शिव का लोकप्रिय माह सावन चल रहा है। वास्तु शास्त्र में इस माह में भगवान शिव की पूजा करना बेहद लाभदायक है। अगर आप वास्तु के अनुसार भगवान शिव की आराधना करते है भोलनाथ आपसे प्रसन्न होकर आपकी हर मनोकामना को पूर्ण करेंगे। चलिए आपके बताते है कि आप सावन के इस पवित्र महीने में कौन से वास्तु नियम को अपनाएं।
पूरे सावन महीने में घर के अंदर पूर्व दिशा को विशेष तौर पर साफ सुथरा रखे और कोने में छोटा सा जल स्रोत रखे। यह एक पानी का कृत्रिम फव्वारा या तांबे का जल कलश भी हो सकता है। ऐसे करने से भगवान शिव आपके घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार करते है।
वास्तु के अनुसार पूर्व दिशा की ओर भगवान शंकर की प्रतिमा स्थापित करें। ध्यान रखें इसके लिए शिव प्रतिमा अर्धनारीश्वर स्वरूप में ही लगाएं। सफेद संगमरमर की प्रतिमा ज्यादा शुभ मानी जाती है। इससे घर में पति-पत्नी के संबंध मधुर बनते है।
सावन में उत्तर दिशा की ओर घर में तुलसी के पौधे को स्थापित करें। तुसली का पौधा मिट्टी के गमले में ही रोपा जाना चाहिए। ऐसा करने से भगवान शंकर के साथ-साथ पूर्वजों का भी आशीर्वाद मिलता है।
सावन में वास्तु के अनुसार पंचमुखी रुद्राक्ष धारण करें। इससे नकारात्मक ग्रह दूर रहते है और मन में शांति सुकून बना रहता है।
धतूरा भगवान शिव को सबसे प्यारा होता है। मान्यता है कि इससे व्यक्ति भयमुक्त होता है। जीवन की सभी समस्याएं दूर करने के लिए सावन के महीने में घर के बाहर धतूरे का पेड़ जरुर लगाए।