ज्योतिष शास्त्र में ग्रहों को गुस्से को शांत करने के लिए कई उपाय बताए गए है। जैसे व्रत, पूजा, रत्न, टोटके आदि उपाय शामिल है। लेकिन सवाल ये उठता है कि आखिर ये ग्रह आपकी किन बातों से गुस्सा होते है। जिसके चलते आपको इनके दुष्प्रभावों का शिकार होना पड़ता है। अगर नहीं, तो आज हम आपको बताते है। यूं तो कई कारण हो सकते है, लेकिन जो बड़ा कारण है- वो है भोजन से जुड़ा हुआ। राशि और ग्रहों की दशा के अनुसार अगर खाना खाया जाए तो सभी ग्रहों आपके प्रसन्न रहेंगे और अपनी कृपा बरसाते है। चलिए आपको बताते है कि आप किन ग्रह के अनुसार कौन सा भोजन करें।
सूर्य- सूर्य ग्रह सफलता, आत्मविश्वास, सम्मान और स्वास्थ्य देता है। कुंडली में सूर्य को मजबूत करने के लिए व्यक्ति को अपने आहार में गेहूं, आम, गुड़ को शामिल करना चाहिए।
चंद्रमा- चंद्रमा मन का कारक है। चन्द्रमा से अच्छे फल प्राप्त करने के लिए गन्ना, चीनी, दूध और दूध से बनी मिठाई, आइसक्रीम आदि का सेवन करें।
मंगल- मंगल की अशुभता वैवाहिक जीवन, भूमि और संपत्ति की समस्या लाती है। इसे मजबूत करने के लिए आहार में गुड़, दाल, अनार, जौ और शहद का सेवन करें।
शनि- यदि शनि ग्रह अशुभ हो तो यह शरीर, मन और आर्थिक स्थिति को बुरी तरह प्रभावित करता है। अच्छे जीवन के लिए शनि की कृपा जरूरी है। इसके लिए तिल, उड़द, काली मिर्च, मूंगफली का तेल, अचार, लौंग, तेजपत्ता और काला नमक का सेवन बहुत फायदेमंद होता है।
राहु और केतु- राहु और केतु के दुष्प्रभाव से बचने के लिए अपने आहार में उड़द, तिल और सरसों को शामिल करें।
बुध- बुध ग्रह बुद्धि, व्यापार-उद्योग, आर्थिक स्थिति को प्रभावित करता है। यदि यह अशुभ फल देता है तो मटर, जौ, कुलपी, हरी दाल, मूंग, हरी सब्जियां खाने से बहुत जल्द लाभ मिलने लगेगा।
बृहस्पति- ज्योतिष में बृहस्पति को सबसे शुभ ग्रह माना जाता है। यदि यह ग्रह बली हो तो व्यक्ति को हर क्षेत्र में शुभ फल की प्राप्ति होती है। इसका बेहतर परिणाम पाने के लिए चना, चने की दाल, बेसन, मक्का, केला, हल्दी, सेंधा नमक, पीली दाल और फल खाएं।
शुक्र- शुक्र ग्रह भौतिक सुख, सौंदर्य, ऐश्वर्य, सुखी वैवाहिक जीवन का कारक है। इसका शुभ फल पाने के लिए त्रिफला, मसूर की दाल, कमलगट्टा, मिश्री, मूली और सफेद शलजम का सेवन करें।