बुधवार का दिन भगवान गणेश को समर्पित होता है। गणेश भगवान देवताओं में सबसे प्रिय माने जाते है, यही वजह है कि उनकी पूजा सबसे पहले की जाती है। भगवान गणपति की पूजा करने से घर में सुख शांति आती है और विघ्न दूर हो जाते है। इसलिेए गणपति महाराज को विघ्नहर्ता भी कहते है। गणपति महाराज की पूजा करने से बुद्धि का विकास होता है। शास्त्रों के अनुसार, गणेश जी शुभ और मंगलकारी के प्रतीक है। इसलिए आज ही घर पर गणपति का लाएं। अगर घर में ये 5 प्रकार की गणेश की मूर्ति है, तो आपका घर में कभी विपदा आ ही नहीं सकती।
आम, पीपल, नीम के बने गणेश जी की मूर्ति- आम, पीपल, नीम के बने गणेश जी की मूर्ति अगर आपके घर है, तो उसे मुख्य दरवाजे पर लगाना चाहिए। इससे घर में सकारात्मक उर्जा आती है जो धन और सुख में वृद्धि कारक मानी जाती है। इसके साथ ही गणेश महाराज परिजनों का बौद्धिक विकास भी करते हैं।
गाय के गोबर से बनी गणेश जी की मूर्ति- गाय के गोबर से बनी गणेश जी की मूर्ति धन वृद्धिकारक मानी गई। आप अपने घर में गणेश जी की ऐसी मूर्ति रख सकते हैं। गाय के गोबर से बनी गणपति जी की प्रतिमा से घर का वातावरण शुद्ध शांत रहता है। घर में परिजनों के स्वास्थ्य के लिए भी इनकी पूजा करना लाभदायक होता है।
श्वेतार्क गणेश की मूर्ति- बुधवार को श्वेतार्क गणेश की मूर्ति घर लेकर आएं और नियमित इनकी पूजा करें। गणेश जी की यह मूर्ति धन और सुख वृद्धि कारक मानी गई है। गणेश जी की आराधना करने से कुंडली में बुध ग्रह भी मजबूत होता है और जातकों को इसके अनेकों लाभ मिलते हैं।
क्रिस्टल वाली गणेश की मूर्ति- क्रिस्टल के बने गणेश जी की मूर्ति को वास्तुदोष दूर करने में बहुत ही कारगर माना गया है। गणेश जी के साथ क्रिस्टल की लक्ष्मी की पूजा धन और सौभाग्य वृद्धिकारक मानी जाती हैं। घर में आर्थिक संकट नहीं आता है।
हल्दी से बनी गणेश की मूर्ति- हल्दी से गणेश जी की मूर्ति बनाकर रखें। गणेश जी की यह मूर्ति बहुत ही शुभ और सुखदायक मानी जाती है। इससे घर में खशियों का आगमन होता है। घर में परिजनों के बीच भाईचारा और प्रेम बढ़ता है।