हिंदू धर्म में गंगाजल का खास महत्व होता है। गंगाजल को अमृत के सामान माना गया है। पूजा-पाठ समेत धर्म से जुड़े सभी अनुष्ठानों में इसका इस्तेमाल किया जाता है। माना जाता है कि गंगाजल के स्पर्श मात्र से जीवन की कठिनाइयां मोक्ष पर भारी पड़ती हैं। ज्योतिष और वास्तु शास्त्र के अनुसार विशिष्ट उपायों को अपनाकर आप अपने जीवन में आ रहे संकट को टाल सकते है। वहीं कई परेशानियों से छुटकारा पा सकते है।
पीतल की बर्तन या बोतल में रखे गंगाजल- वास्तु के अनुसार गंगाजल को घर में रखने से आमदनी के साथ-साथ आर्थिक लाभ होते हैं और सुख समृद्धि आती है। लेकिन इसके लिए बहुत जरूरी है कि गंगाजल को सही तरीके से रखा जाए। गंगाजल को प्लास्टिक या किसी अन्य बर्तन में रखने के बजाय पीतल के पात्र या बोतल में ही रखें।
घर के ईशान कोण में रखें गंगाजल- गंगाजल को हमेशा घर के ईशान कोण में मंदिर वाले स्थान पर ही रखें, क्योंकि घर का ईशान कोण भगवान के लिए होता है। ऐसा करने से पवित्र गंगाजल आपकी सभी परेशानियों को दूर करने में मदद करेगा। यही नहीं, ईशान कोण में गंगाजल रखने से कर्ज से जुड़ी चिंताओं को दूर करके यह किसी के भी जीवन में खुशियां लाता है।
शिवलिंग पर गंगाजल चढ़ाने का सही तरीका- शिवलिंग पर जल चढ़ाने के लिए कांसे का एक घड़ा गंगाजल से भरे और उसे भगवान शिव को अर्पित करें। उसके बाद उसमें एक बिल्वपत्र और एक कमल का फूल रखें और उसे महादेव को भेंट करें। इससे व्यापार और रोजगार की समस्या का समाधान होगा और आपका घर रहने के लिए सुखी और समृद्ध स्थान बन जाएगा।
डरावने सपनों के भी छुटाकारा- अगर रात में डरवाने सपने आते हों और आप अक्सर इन सपनों से परेशान हो जाती हों तो सोने से पूर्व गंगाजल की कुछ बूंदें बिस्तर के आस-पास छिड़क दें। ऐसा करने से बहुत जल्द ही बुरे सपनों से छुटकारा मिल जाएगा और घर का वास्तु दोष भी दूर हो जाएगा।
किचन में रखें गंगाजल- किचन के किसी ऐसे हिस्से में गंगाजल छिपाकर रख दें जो आसानी से नजर न आए। निश्चय ही कलह कलेश से मुक्ति मिलेगी। इसके अलावा वास्तु के अनुसार यह भी माना जाता है कि यदि खाने की किसी भी सामाग्री की वजह से घर में लड़ाइयां होती हैं तो खाने में थोड़ा गंगाजल मिला दें।