हिंदू पंचांग के मुताबिक, वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को विनायक चतुर्थी मनाई जाती है। आज विनायक चतुर्थी है। इस दिन प्रथम भगवान गणेश की पूजा की जाती है और व्रत धारण किया जाता है। चूंकि गणेश जी को मोदक काफी पसंद है, तो इस दिन आप लड्डू का भोग जरुर लगाए। पूजा में उनका सबसे प्रिय दूर्वा अर्पित किया जाता है। ज्योतिष के मुताबिक चतुर्थी तिथि का प्रारंभ आज सुबह 07.59 मिनट से हो रहा है और समापन 16 मई को सुबह 10 बजे हो रहा है। ऐसे में दोपहर को पूजा करना शुभ है।
विनायक चतुर्थी का व्रत रखने वाले भक्त आज 11 बजकर 17 मिनट से दोपहर 01 बजकर 53 मिनट के मध्य गणपति की पूजा कर सकते है। ये विनायक चतुर्थी की पूजा का मुहूर्त है। भगवान गणेश की पूजा करने से सभी समस्याओं से छुटकारा मिलता है। जो श्रद्धालु विनायक चतुर्थी का उपवास करते है भगवान गणेश उसे ज्ञान और धैर्य का आशीर्वाद देते है। पूजन से न सिर्फ विघ्न दूर होते है बल्कि व्यापार में बढ़ोत्तरी भी होती है और परिवार में खुशहाली बनी रहती है।
ऐसे करें पूजा-
स्नान करने के बाद घर के मंदिर में दीप प्रज्वलित करें। भगवान गणेश को स्नान कराएं। स्नान के बाद भगवान गणेश को साफ वस्त्र पहनाएं और सिंदूर का तिलक लगाएं। सिंदूर का तिलक अपने माथे में भी लगाना चाहिए। गणेश भगवान को दुर्वा अतिप्रिय होता है। भगवान गणेश को दुर्वा अर्पित करना चाहिए। गणेश जी को मोदक का भोग लगाएं औऐर आरती करें। इस दौरान आप मंत्रों का भी उच्चारण कर सकते है। 'ॐ गं गणपतयै नम:' का जाप 101 बार करें। इसके अलावा आप इस मंत्र का भी उच्चारण कर सकते हैं।
एकदंताय विद्महे, वक्रतुण्डाय धीमहि, तन्नो दंती प्रचोदयात्।।
महाकर्णाय विद्महे, वक्रतुण्डाय धीमहि, तन्नो दंती प्रचोदयात्।।
गजाननाय विद्महे, वक्रतुण्डाय धीमहि, तन्नो दंती प्रचोदयात्।।