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Ramadan 2021: रमजान में अजान-नमाज पर सरकार की पाबंदी, कोरोना का बहाना या कोरोना से हिफाजत, इंडिया के मुसलमानों में बहस

नमाज, रोजा और जकात पर कोरोना का कहर, फोटो सौजन्य yahoo

‘रमजान के दिनों में कोविड गाइड फॉलो करने या न करने के मसलह पर हिंदुस्तान के मुसलमान बंटे हुए नजर आ रहे हैं।

कुछ कह रहे हैं कि रमजान में मुसलमानों को जानबूझ कर घरों में कैद करने की साजिश है। वहीं मौलाना शोएब कासमी और उमर इलयासी कहते हैं कि पाबंदियां तो खान-ए-काबा में भी लगी हैं।

भारत सरकार ने भी कोविड से बचने के लिए गाइड लाइंस जारी की हैं। इसलिए सरकारी गाइड लाइंस फॉलो करनी चाहिए। घर में ही रहकर रोजा रखें, नमाज पढ़ें और इवादत करें।

फिजूल में घर से बाहर न निकलें मस्जिदों  के भीतर या आस-पास भीड़ न लगाएं, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें।'

 

रमजान शुरु होते ही हर रोजेदार की ख्वाहिश होती है कि वो कम से कम इफ्तार से पहले मस्जिद पहुंचे, बाकी रोजेदारों के साथ सिजदा करे नमाज पढ़े और रोजा खोले। लेकिन इस बार के रमजान पर कोरोना का कहर है। मस्जिद में एक साथ लोगों के इकट्ठे होने पर पाबंदी लगा दी है। पाबंदी तो खान-ए-काबा में भी लगाई गई है। खान-ए-काबा में तो सिर्फ रवायत ही मनाई गई थी पिछली बार, इस बार गनीमत है कि पाबंदियों के साथ हज-उमराह की इजाजत है। 

तमाम मुस्लिम देशों में कोरोना को लेकर लगाई गई पाबंदियों के बावजूद भारत खासकर उत्तर प्रदेश में जब पाबंदी की बात आती है तो कुछ मौलानाओं की प्रतिक्रिया आती है कि मोदी और योगी मुसलमानों के खिलाफ कसदन कार्रवाई कर रहे हैं। कोरोना के नाम पर मुसलमानों को प्रताड़ित किया जा रहा है। मुसलमानों को उनके धार्मिक अधिकारों से वंचित किया जा रहा है। कुछ मौलानाओं ने नाम और पहचान जाहिर न करने की शर्त पर कहा है कि मस्जिदों में नमाज के लिए इकट्ठा होने पर पाबंदी है तो फिर हरिद्वार महाकुंभ में लाखों श्रद्धालुओं को एक साथ स्नान की छूट क्यों दी गई है।

इंडिया इमाम ऑर्गनाइजेशन के मुखिया इमाम उमर अहमद इलयासी ने मुसलमानों से केंद्र और राज्य सरकार की गाइडलाइन का पालन करेने को कहा है। आगे बात करते हुए उन्होंने कहा कि हमने तय किया है, अगर बहुत हालात बिगड़ती है तो नमाज घर में ही पढ़ें, तरावीह भी घर में पढ़ें, नमाज भी घर में पढ़ें. बहुत जरूरी है तभी बाहर निकलें। वहीं कोरोना के बढ़ते मामलों के मद्देनजर लखनऊ में भी रमजान को लेकर एडवाइजरी (Ramzan 2021) जारी की गई है। ये एडवाइजरी इस्लामिक सेंटर ऑफ इंडिया ने जारी की है। इस्लामिक सेंटर ने कहा कि रमजान में भी कोरोना नियमों का पूरी तरह से पालन होना चाहिए।

 

वहीं मौलाना शोएब कासमी ने कहा है कि कोविड गाइड लाइंस का पालन किया जाना चाहिए उन्होंने एक वीडियो भी जारी किया है।