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मुंबई हमलों के मास्टर माईंड को ‘पेंशन’ देगी इमरान खान की सरकार

मुंबई हमलों के मास्टर माईंड को ‘पेंशन’ देगी इमरान खान की सरकार

मुंबई हमले के गुनाहगार और लश्कर ए तैयबा के आपरेशनल हेड <a href="https://en.wikipedia.org/wiki/Zakiur_Rehman_Lakhvi"><strong><span style="color: #000080;">जकीउर रहमान लखवी</span></strong></a> को हर महीने एक लाख हजार पचास हजार रुपए देगी पाकिस्तान की सरकार । एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक संयुक्त राष्ट्रसंघ सुरक्षा परिषद की 1267 सैंक्शन कमेटी ने लखवी को मासिक भत्ते के तौर पर खाने के लिए 50000, दवाईयों के लिए 45000, वकील की फीस के लिए 20000, गाड़ियों के लिए 15000 और अन्य खर्चों के लिए 20000 रुपए देने की इजाजत दे दी है।
<h3>खुलेआम घूम रहा है मुंबई का गुनहगार</h3>
सूत्रों के मुताबिक पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान की सरकर ने सुरक्षा परिषद की कमेटी को इसके बाबत पत्र लिखा था। पिछले साल सुरक्षा परिषद की 1267 समिति ने अपनी सूची में दाउद इब्राहिम, लश्कर ए तैयबा के चीफ हाफिज सईद , 26/11 हमले का मास्टर माइंड और लश्कर ए तैयबा का कंमाडर जकीउर रहमान लखवी के साथ पाकिस्तानी आतंकवादी संगठन लश्कर ए तैयबा का नाम शामिल किया था लेकिन पाकिस्तान ने इन पर कभी कोई कार्रवाई नहीं की। लखवी को 2011 में सिर्फ दिखावे के लिए गिरफ्तार किया था लेकिन 2015 से वो जमानत पर छूट कर खुले आम पाकिस्तान में घूम रहा है। लखवी सिर्फ तीन साल तक जेल में रहा था।
<h3>जेल में रहते हुए बाप बना था लखवी</h3>
पाकिस्तानी मीडिया के मुताबिक लखवी को रावलपिंडी की आदियाला जेल में रखा गया था लेकिन जेल सिर्फ नाम के लिए ही था। लखवी को जेलर के चैंबर के साथ दो कमरे के एक क्वार्टर में रखा गया था जहां उसे हर तरह की सुख सुविधाएं दी गईं थीं। उसके मिलने जुलने वालों पर कोई रोक टोक नहीं थी। यहां तक की उसकी पत्नी भी उसके साथ आकर रहती थी और इसी दौरान वो एक बच्चे का बाप भी बन गया। 26/11 हमलों के आरोप में गिरफ्तार आतंकी अबु जुंदाल ने भारतीय खुफिया एजेंसियों को बताया था क‌ि उसने अदियाल जेल में लखवी से बिना रोक टोक के मुलाकात की थी।

लेकिन पाकिस्तान सरकार जब मेहरबान हो तो क्या कहने। सुरक्षा परिषद की पाबंदी के बाद <a href="https://hindi.indianarrative.com/world/hafiz-saeed-arrest-release-repeat-financial-action-task-force-fatf-global-terrorist-18450.html"><strong><span style="color: #000080;">हाफिज सईद</span></strong></a> समेत पांच आतंकवादियों और उनके संगठनों के बैंक खाते जब्त किए गए थे लेकिन पिछले साळ जुलाई में पाकिस्तान की सरकार ने इनके बैंक अकाउंट फिर से खोल दिए। इमरान खान की सरकार की दलील यह थी कि इन आतंकियों का घर चलाना मुश्किल हो रहा था इसीलिए उसने सुरक्षा परिषद से मंजूरी लेकर उनके खातों को फिर से खोलने की अनुमति दे दी।
<h3>सजा के बावजूद जेल से बाहर है हाफिज सईद</h3>
लश्कर ए तैयबा के चीफ हाफिज सईद को पाकिस्तानी अदालत ने आतंकवादी गतिविधियों में फंडिग के जुर्म में 10 साल की सजा सुनाई थी लेकिन पाकिस्तानी सूत्रों के मुताबिक वो जेल के बाहर है। कायदे से उसे लाहौर के कठपुतली जेल के अंदर होना चाहिए लेकिन वो जौहर टाउन में स्थित अपने आलीशान बंगले में रह रहा है और वहीं से अपनी आतंकी आतंकी गतिविधियां चला रहा है। भारतीय एजेंसियों के मुताबिक ( यह बात किसी से छुपी नहीं है, सबको पता है कि हाफिज जेल के बाहर है । वो तो एफएटीएफ के चक्कर में कुछ दिनों के लिए दिखावा किया गया था। उसे पाकिस्तानी सरकार की सिक्यूरिटी मिली हुई है।)

गौरतलब है कि पिछले महीने जारी पाकिस्तान की मोस्ट वांटेड पाकिस्तानी की लिस्ट में दाउद के साथ साथ, मुंबई हमले के जिम्मेदार और मास्टर माईंड लखवी, हाफिज सईद जैसे नाम नहीं थे। (इस लिस्ट में लश्कर-ए-तैयबा के कुछ आतंकियों के नाम हैं. इसमें मुंबई हमलों में इस्तेमाल हुई नावों के क्रू मेंबरों के भी नाम हैं, लेकिन लिस्ट से हमले के मास्टरमाइंड और मुख्य साजिशकर्ताओं का नाम गायब है. ये लिस्ट ये दिखाता है कि उनके पास मुंबई हमले के सारे सबूत हैं।) भारत विदेश मंत्रालय के मुताबिक पाकिस्तान दुनिया की आकों मे धूल झोंक रहा है लेकिन सबको असलियत पता है।
<h3>लादेन के साथी को भी पेंशन देगी इमरान सरकार</h3>
लखवी के अलावा, इमरान खान की सरकार ने सुरक्षा परिषद से प्रतिबंधित न्यूक्लीयर साइंटिस्ट महमूद सुल्तान बशीरुद्दीन को भी डेढ लाख रुपए महीने देने की मंजूरी ली है। बशीरुदुदीन को पाकिस्तानी सरकार ने सितार ए इम्तियाज से नवाजा था लेकिन 9/11 के हमले बाद अमेरिका और सुरक्षा परिषद ने उस पर पांबदी लगा दी थी। बशीरुद्दीन औसामा बिन लादेन सहित अल कायदा ले लगातार मिलता रहा था और अल कायदा के लिए रसायनिक हथियार मुहैया कराने की कोशिश में था। पाबंदी के बाद पाकिस्तानी सरकार को उसकी संपत्ति जब्त करनी पड़ी थी। सुरक्षा परिषद के नियमों के मुताबिक संबधित सरकारें जब्त किए गए बैंक खातों को पर से पाबंदी हटाने और आर्थिक सहायता देने के लिए अनुरोध कर सकती हैँ। और इसी का फायदा इमरान खान अपने नए पाकिस्तान में आतंकवादियों पर मेहरबान हैं…!.