Black Hole: ब्रह्मांड में चमचमाते तारों के बीच एक ऐसा विनाशकारी राक्षस भी है तो किसी भी ग्रह को नष्ट कर सकता है। हम और आप इसे ब्लैक होल के नाम से जानते हैं। ब्रह्मांड का ये ऐसा स्थान हैं जहां फिजिक्स का कोई नियम काम न हीं करता। यहां बस दो ही चीजें हैं गुरुत्वाकर्षण और अंधकार। कभी आपने ऐसा सोचा है कि यदि कभी धरती ब्लैक होल में समा गई तो क्या होगा? वैज्ञानिकों ने जो दावा किया है वो बेहद डराने वाला है।
वैज्ञानिकों ने यह दावा किया है कि यदि कभी धरती ब्लैक होल में समाएगी तो मानव शरीर लंबे पास्ता के आकार में बदल जाएगा। ब्लैक होल का गुरुत्वाकर्षण इतना ज्यादा होगा कि मानव शरीर तब तक लंबा खिंचता रहेगा जब तक कि उसे बल पूर्वक रोका न जाए। एक परेशानी यह भी है कि ब्लैक होल में भौतिकी का कोई नियम काम नहीं करेगा, इसलिए यदि इंसान वहां लंबा खिंचा भी तो उसे कैसे रोका जाएगा ये बड़ा सवाल है?
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ब्लैक होल (Black Hole) का गुरुत्वाकर्षण इतना तेज होता है कि वह प्रकाश को भी अवशोषित कर लेता है, इसीलिए ये पूरी तरह अंधकारमय होता है। यह अपने आसपास की धूल, गैस और ग्रहों या अपने अंदर खींच लेता है, इसीलिए इन्हें विनाशकारी राक्षस कहे जाते हैं। वैज्ञानिकों का दावा है कि यदि कभी धरती ब्लैक होल में गई तो उसके बचने की संभावना न के बराबर है। वहीं ब्लैक होल के बारे में यह रिसर्च की है, ससेक्स विवि के भौतिकी प्रोफेसर जेवियर कैलमेट ने। उनका दावा है कि ब्लैक होल में मनुष्य स्पेगेटीफिकेशन अनुभव करेगा, यह एक ऐसी प्रक्रिया है, जिसमें मनुष्य खुद को पतला और खिंचता महसूस करेगा, यह इतनी तेजी से होगा कि बहुत ही दर्दनाक होगा।
बता दें कि ब्लैक होल तब बनता है जब कोई बड़ा तारा अपने अंत की ओर पहुंचता है। धीरे-धीरे तारा अपने ही भीतर सिमटने लगता है और ब्लैक होल बन जाता है। इससे उसका गुरुत्वाकर्षण इतना बढ़ जाता है कि उसके आसपास या प्रभाव में आने वाला हर ग्रह खुद ब खुद खिंचकर उसके अंदर समा जाता है।