वर्ष 2020 का आखिरी चंद्र ग्रहण 30 नवंबर, दिन सोमवार को लग रहा है (Chandra Grahan 2020)। इस दिन कार्तिक पूर्णिमा भी है, ऐसे में ये <a href="https://hi.wikipedia.org/wiki/%E0%A4%9A%E0%A4%82%E0%A4%A6%E0%A5%8D%E0%A4%B0%E0%A4%97%E0%A5%8D%E0%A4%B0%E0%A4%B9%E0%A4%A3"><strong>चंद्र ग्रहण</strong></a> और भी महत्वपूर्ण हो जाता है। ये चंद्र ग्रहण पूर्ण न होकर उपछाया चंद्र ग्रहण होगा। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार ग्रहण पूर्ण, आधा या फिर उपछाया हो, उसका जातकों पर उनकी राशियों के अनुसार प्रभाव पड़ता है। चंद्र ग्रहण (Chandra Grahan 2020) के समय की बात करें तो दोपहर 1 बजकर 5 मिनट में ग्रहण की शुरुआत होगी। ग्रहण का समापन शाम 5 बजकर 23 मिनट पर होगा। 3 बजकर 12 मिनट पर चंद्र ग्रहण का प्रभाव शीर्ष पर होगा।
यह भी पढ़ सकते हैं- <a href="https://hindi.indianarrative.com/lifestyle/last-chandra-grahan-2020-know-the-timing-date-in-india-know-when-and-how-to-watch-last-lunar-eclipse-19560.html">जानिए भारत में कब और कहां दिखेगा आखिरी चंद्र ग्रहण, क्या होगा समय?</a>
<p class="synopsis"><strong>राशियों पर क्या होगा प्रभाव</strong></p>
<ul>
<li>वृषभ राशि के जातकों पर ग्रहण का विपरीत प्रभाव पड़ेगा</li>
<li>मेष और मिथुन राशि के जातकों को आर्थिक हानि हो सकती है</li>
<li>कर्क और कन्या राशि के जातकों के लिए शुभ योग लेकर आएगा ग्रहण</li>
<li>सिंह राशि वालों को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ सकता है</li>
<li>तुला राशि वालों को मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है</li>
<li>मकर राशि वालों को कार्यों में सफलता मिल सकती है</li>
<li>कुंभ और मीन राशि वालों को व्यर्थ में शारीरिक श्रम करना पड़ सकता है</li>
</ul>
<strong>नहीं होगा सूतक काल</strong>
इस बार का चंद्र ग्रहण उपछाया होगा। ऐसे में ज्योतिषों के अनुसार इस चंद्र ग्रहण पर सूतक काल नहीं रहेगा। उपछाया चंद्र ग्रहण रोहिण नक्षत्र में वृषभ राशि में लगेगा। 2020 में इससे पहले तीन बार चंद्र ग्रहण 10 जनवरी, 5 जून और 5 जुलाई को चंद्र ग्रहण लगा था। 21 जून को सूर्य ग्रहण लगा था। साल का आखिरी सूर्य ग्रहण 14 दिसंबर को लगेगा।.