Hindi News

indianarrative

Aliens पर अमेरिकी रिपोर्ट में धमाकेदार खुलासा! पिछले 50 साल से लगातार धरती के कॉन्टेक्ट में हैं दूसरी दुनिया के लोग

धरती के संपर्क में हैं एलियंस!

अदभुत प्रतिभा और कल्पना को वास्तविकता में बदलने की क्षमता से अमेरिक अंतरिक्ष एजेंसी NASA को अचंभित कर देने वाले यूरी गैलर के हालिया बयान से दुनिया भर के वैज्ञानिक हैरान हैं। यूरी गेलर ने दावा किया है कि एलियंस बीते 50 साल से धरती के संपर्क में हैं। एलियंस और यूएफओ को लेकर इस साल शुरू हुई चर्चा के बीच बहुत से लोगों ने इनकी मौजूदगी को लेकर बड़े-बड़े दावे किए। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबमा ने भी एलियंस की मौजूदगी की बात मानी थी। अब इल्यूजनिस्ट यूरी गेलर (Uri Geller) ने भी ऐसा ही दावा किया है, जिसे सुनकर हर कोई चौंक गया है।

यूरी की प्रतिभा से प्रभावित होकर 1974 में अमेरिका के मैरीलैंड स्थिति नासा बेस पर बुलाया गया था (Uri Geller Claims on Aliens)।तब अमेरिकी खुफिया एजेंसी सीआईए के अधिकारी उनकी माइंड पावर्स से खासा प्रभावित हुए थे। अब यूरी गेलर का कहना है कि इसके बाद से ही उन्हें एलियंस की मौजूदगी पर विश्वास हो गया। उन्होंने कहा कि वॉर्नर वॉन ब्राउन नाम के एक इंजीनियर ने उन्हें मेटल का एक पीस दिखाया था और कहा था कि यह हमारे ग्रह का नहीं है।

यूरी ने कहा कि मेटल का ये पीस एक यूएफओ का है, जो धरती से टकराकर धरती पर गिर पड़ा था। यूरी का कहना है कि ये देखकर उनके होश उड़ गए थे। यूरी ने कहा कि वो इसके बारे में अधिक जानकारी नहीं दे सकते क्योंकि इसके लिए उन्होंने एलियंस के साथ एग्रीमेंट (Alien UFO Test)कर रखा है। खुद को साइकिक बताने वाले उरी एक जादूगर और टीवी पर्सनैलिटी भी हैं। हाल ही में अमेरिकी रक्षा मंत्रालय के मुख्यालय पेंटागन ने यूएफओ टास्क फोर्स की एक रिपोर्ट जारी की थी। जिसमें बताया गया है कि 2004 के बाद से यूएफओ से जुड़ी 144 घटनाएं देखी गई हैं।

अमेरिकी सरकार की रिपोर्ट में ये साफ नहीं कहा गया है कि उड़ती हुई ये अंजान चीजें एलियंस से संबंधित थीं या फिर किसी अन्य ग्रह से। लेकिन इसमें एलियंस के न होने की बात भी साफ तौर पर नहीं कही गई है। पेंटागन की यूएफओ यूनिट को लेकर इससे पहले कहा गया था कि उसे भंग कर दिया गया है लेकिन यह नौसेना के सहयोग से खुफिया तरीके से चल रही थी (US UFO Task Force)।बाद में खुफिया नौसेना ऑपरेशन के तहत जारी इस प्रोग्राम को यूएफओ टास्क फोर्स नाम दिया गया।