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आखिर नमक के रेगिस्तान में कैसे बन जाते हैं ‘मधुमक्खी के छत्ते’, वैज्ञानिकों ने नए शोध से खलबली

नमक के रेगिस्तान

 Salt water: इस दुनिया में नमकीन पानी के कई सारे रेगिस्तान हैं। जहां पर आपको नमक की परत देखने को मिल जाती है। वहीं नमकीन पानी के कई रेगिस्तानों में जमीन पर अजीबोगरीब पैटर्न देखने को भी मिलते हैं। अमेरिका की डेथ वैली के पैटर्न अभी तक वैज्ञानिकों को हैरान करते रहे हैं। अब इससे जुड़ा रहस्य खोज निकाला गया है। दरअसल, कैलिफोर्निया की डेथ वैली में बैडवाटर बेसिन और बोलिविया में सालार डी उयूनी में नमक के रेगिस्तान पाए जाते हैं। इनमें हैरतअंगेज करने वाले पैटर्न पाए जाते हैं, जो पर्यटकों को हैरान कर देते हैं। इसने विज्ञान और फिक्शन से जुड़े फिल्म निर्माताओं को दशकों से प्रेरित किया है।

मगर, वैज्ञानिक अब तक इसके पीछे की वजह नहीं जान पाए थे। अब भौतिकविद मान कर चल रहे हैं कि उन्होंने इस प्राकृतिक रहस्य को सुलझा लिया है। इंग्लैंड में नॉटिंघम ट्रेंट यूनिवर्सिटी (Nottingham Trent University) में भौतिकी के सहयोगी प्रोफेसर लुकास गोह्रिंग ने कहा, ‘इस शानदार नजारे का रहस्य जमीन के नीचे छिपा है।’ जर्नल फिजिकल रिव्यू एक्स में 24 फरवरी को इससे जुड़ा एक अध्ययन प्रकाशित हुआ। इसमें बताया गया है कि कैसे नमकीन पानी और कम नमकीन पानी की परतें डोनट के आकार की धाराओं में ऊपर और नीचे फैलती हैं। पहले वैज्ञानिक मान रहे थे कि दरारें और लकीरें तब बनती हैं, जब नमक की पपड़ी फैलती है और सूख जाती है। लेकिन शोधकर्ताओं ने पिछले प्रयासों में इन पैटर्न के आकार को नहीं समझा था। इनके आकार 1 से दो मीटर तक हो सकते हैं।

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ये नमकीन पानी कहा होता है?

नए अध्ययन में इस बात को माना गया कि यह पैटर्न बुनियादी थर्मोडायनामिक्स के जरिए बनते हैं। जैसे उबलते हुए जल में सबसे गर्म पानी ऊपर रहता है उससे ठंडा पानी नीचे रहता है। ये प्रक्रिया बेहद तेज होती है। प्रोफेसर लुकास गोह्रिंग के मुताबिक इस तरह के पैटर्न मिट्टी के भीतर नमकीन पानी की धीमी गति को दिखाते हैं। ठीक उसी तरह जिससे उबले पानी में एक पतली परत बनती है। नमक के रेगिस्तान जितने सूखे दिखते हैं उतने होते नहीं है। नमक की पपड़ी के नीचे खारा पानी होता है। अगर यहां गड्ढा किया जाए तो पानी मिल जाएगा।

ये कैसे बनती है आकृति

गर्मी के मौसम में नमकीन पानी भाप बन कर उड़ जाता है और नमक की एक परत बचती है। इस नमकीन परत का कुछ नमक साफ पानी में घुल कर वापस जमीन के नीचे चला जाता है। नमकीन पानी बाद में फिर ऊपर आकर भाप बना जाता है और नमक की परत छोड़ देता है। यह प्रक्रिया लगातार चलती है, जिसे संवहन रोल कहा जाता है। इनके बीच का नमक बार-बार साफ पानी में घुल कर उसे नमकीन बनाता रहता है।