नासा के वैज्ञानिकों ने मंगल के जजेरो क्रेटर में रोबर को चलाकर दिखा दिया है कि धरती की तरह मंगल पर ट्रेन और बसें दौड़ सकती हैं, इंसानी जीवन के लिए बेहद जरूरी हवाई यातायात की संभावनाओं को इनजेन्युनिटी हेलिकॉप्टर ने उडान भर कर संभावनाओं को साकार कर दिया।
अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा के परसेवेरेंस रोवर के साथ मंगल पर पहुंचे Ingenuity हेलिकॉप्टर ने उड़ान भरकर इतिहास रच दिया है। करीब 6 साल की कड़ी मेहनत के बाद बनाए गए इस हेलिकॉप्टर की लाल ग्रह पर होने वाली पहली उड़ान को लेकर पूरी दुनिया में उत्सुकता का माहौल था।
नासा के हेलिकॉप्टर ने मंगल ग्रह के जेजेरो क्रेटर में बने एक अस्थायी हेलिपैड से उड़ान भरी। यह धरती के अलावा पहली बार किसी दूसरे ग्रह पर हेलिकॉप्टर की उड़ान है। इस मिशन को नासा के कैलिफोर्निया स्थित जेट प्रोपल्सन लैबरेटरी से कंट्रोल किया गया।
इनजीनिटी अपने रोटर के सहारे पहली बार उड़ान के दौरान लगभग 10 फीट की ऊंचाई प्राप्त किया। इसके बाद यह धीरे-धीरे नीचे भी उतर गया। अब इनजीनिटी हेलिकॉप्टर 30 दिनों के अंदर मंगल पर चार बार और उड़ान भरने का प्रयास करेगा। हर उड़ान पिछले से ज्यादा ऊंचाई और दूरी तक की जाएगी। जिससे यह हेलिकॉप्टर उच्चतम स्तर को पा सके।