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अंतरिक्ष में हैं कई और धरती, हवा-पानी ग्रेविटी सब कुछ अपनी धरती जैसा!

Life on Super Earth Exoplane

Two Super Earth: वैज्ञानिक कई सालों से ऐसे ग्रहों की तलाश करने में जुटे हुए हैं, जहां पृथ्वी की तरह जीवन संभव हो। वहीं, कई बार ऐसी उम्मीदें भी दिखीं लेकिन अब तक कोई ठोस सफलता हाथ नहीं लग पाई है। इसी क्रम में वैज्ञानिकों ने दो सुपर अर्थ’ Super-Earth जैसे ग्रहों को खोज निकाला है। ये दोनों ‘सुपर अर्थ’ हमारी पृथ्वी से 100 प्रकाश वर्ष की दूरी पर स्थित हैं। वैज्ञानिकों कह रहे हैं ये दोनों ग्रह एक छोटे और ठंडे सितारे का चक्कर लगाते नजर आ रहे हैं। इस खोज को वैज्ञानिकों की एक अंतरराष्ट्रीय टीम ने अंजाम दिया है। दोनों ही ग्रहों का नाम TOI-4306 या SPECULOOS-2 है। इस टीम का नेतृत्व एस्ट्रोफिजिसिस्ट लेटिटिया डेलरेज़ ने किया।

बतातें चलें कि ग्रहों की इस खोज की कहानी एस्ट्रोनॉमी एंड एस्ट्रोफिजिक्स मैग्जीन में छपी है। पहले इन ग्रहों को LP 890-9b या TOI-4306b में नासा के ट्रांजिटिंग एक्सोप्लैनेट सर्वे सैटेलाइट (TESS) ने देखा था। ट्रांजिटिंग एक्सोप्लैनेट सर्वे सैटेलाइट एक स्पेस मिशन है जिसे आस-पास के सितारों की परिक्रमा करने वाले एक्सोप्लैनेट की खोज करने के लिए अंतरिक्ष में भेजा गया है। यानी नासा ने TESS को खासतौर से एक्सोप्लैनेट यानी सौर मंडल के बाहर मौजूद ग्रहों की खोज के लिए बनाया है।

ये जानना दिलचस्प है कि खोजा गया ग्रह आकार में पृथ्वी से करीब 30 फीसदी बड़ा है। यह अपने होस्ट स्टार का एक चक्कर सिर्फ 2.7 दिनों में पूरा कर लेता है।  इस ग्रह की पुष्टि SPECULOOS दूरबीनों का इस्तेमाल करके किया गया है।

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दूसरा ग्रह पृथ्वी से 40 फीसदी बड़ा

SPECULOOS दूरबीन की मदद से न सिर्फ पहले ग्रह की पुष्टि हुई है बल्कि एक ऐसे गृह की भी पुष्टि हो गई है जो अब तक अज्ञात था, इस खोज में वैज्ञानिकों ने जो दूसरा ग्रह खोजा है वो ही अब तक का अज्ञात ग्रह है। इस ग्रह का नाम LP 890-9c या SPECULOOS-2c है जो पृथ्वी से करीब 40 फीसदी बड़ा है और ये ग्रह अपने होस्ट स्टार का चक्कर 8.5 दिनों में पूरा करता है।

जीवन योग्य परिस्थितियां संभव

अध्ययन के अनुसार स्टार LP 890-9 हमारे सूर्य से 6.5 गुना छोटा है और इसकी सतह का तापमान हमारे तारे से आधा है। इसलिए इसके करीब स्थित LP 890-9c ग्रह पर जीवन योग्य परिस्थितियां हो सकती हैं। कुछ दिनों पहले वैज्ञानिकों ने एक ऐसे ग्रह की खोज की थी जहां सिर्फ पानी ही मौजूद है। रिपोर्ट्स की मानें तो पृथ्वी से 100 प्रकाश वर्ष की दूरी पर स्थित यह ग्रह पानी की एक मोटी परत से ढका हुआ है। TOI-1452 b एक एक्सोप्लैनेट है जो ड्रेको तारामंडल में स्थित बाइनरी सिस्टम में दो छोटे सितारों में से एक की परिक्रमा करता है।