मोदी सरकार की तरफ से की गई दो दिनों की स्पेक्ट्रम की नीलामी अब खत्म हो चुकी है। इस नीलामी में रिलायंस जियो को सबसे बड़ा स्पेक्ट्रम हासिल हुआ है। दूरसंचार सचिव ने इस संबंध में बताया कि रिलायंस जियो ने स्पेक्ट्रम के लिए 57,122.65 करोड़ रुपये की बोली लगाई। सचिव ने बताया कि दो दिनों में 77,814.80 करोड़ रुपये मूल्य के रेडियो तरंगों की खरीद की गई। रिलायंस ने कहा है कि देश में 4जी कवरेज मे सुधार किया जाएग और 5 जी के लिए भी काम शुरु किया जाएगा।
सचिव ने बताया कि वोडाफोन-आइडिया ने इस नीलामी में 1,993.40 करोड़ रुपये मूल्य के स्पेक्ट्रम खरीदे। कंपनी ने कहा कि उसने नीलामी में पांच सर्किलों में जो स्पेक्ट्रम खरीदा है उससे 4जी कवरेज और क्षमता बढ़ाने में मदद मिलेगी। कंपनी ने कहा कि इससे वह अपने ग्राहकों को ‘शानदार डिजिटल अनुभव’ उपलब्ध करा पाएगी। वहीं भारती एयरटेल ने बताया कि उसने 18,699 करोड़ रुपये की रेडियोतरंगों का अधिग्रहण किया है। कंपनी ने कहा कि इससे उसे भविष्य में 5जी सेवाएं देने में सफलता मिलेगी। कंपनी ने कहा कि अब उसे देशभर में गीगाहर्ट्ज उपक्षेत्र में स्पेक्ट्रम मिल गया है, जिससे कंपनी अब शहरों में घरों के अंदर और भवनों में भी अच्छी कवरेज दे सकेगी। सोमवार को 2,250 मेगाहर्ट्ज स्पेक्ट्रम की नीलामी शुरू हुई थी। इसका आरक्षित मूल्य करीब चार लाख करोड़ रुपये था। नीलामी के दौरान 800 मेगाहर्ट्ज, 900 मेगाहर्ट्ज, 1800 मेगाहर्ट्ज, 2100 मेगाहर्ट्ज और 2300 मेगाहर्ट्ज बैंड में बोलियां आईं। लेकिन 700 और 2500 मेगाहर्ट्ज में कोई बोली नहीं मिली।