Surya Grahan 2020 : वर्ष 2020 का आखिरी <strong><a href="https://hi.wikipedia.org/wiki/%E0%A4%B8%E0%A5%82%E0%A4%B0%E0%A5%8D%E0%A4%AF_%E0%A4%97%E0%A5%8D%E0%A4%B0%E0%A4%B9%E0%A4%A3">सूर्य ग्रहण</a></strong> सोमवार को लग रहा है। खगोलीय और ज्योतिष दृष्टि से सूर्य ग्रहण का काफी महत्व होता है। वैज्ञानिकों के अनुसार सूर्य और पृथ्वी के बीच चंद्रमा के आने से सूर्य ग्रहण लगता है। ज्योतिष शास्त्र में सूर्य ग्रहण को प्रभावशाली और परिवर्तनकारी माना जाता है। आखिरी सूर्य ग्रहण के दिन <strong>सोमवती अमावस्या</strong> भी पड़ रही है। सूर्य ग्रहण के समय <strong>गुरु चांडाल योग</strong> भी बन रहा है। कुल मिलाकर Surya Grahan का विपरीत प्रभाव पड़ेगा। सूर्य ग्रहण के समय की बात करें तो भारतीय समय के अनुसार शाम 7 बजकर 4 मिनट से ग्रहण लगेगा। भारत में इस समय सूर्यास्त हो जाता है। ऐसे में सूर्य ग्रहण उन जगहों पर दिखेगा जहां, इस समय सूर्य निकला रहेगा। सूर्य ग्रहण मध्य रात्रि तक रहेगा।
यह भी पढ़ सकते हैं- <a href="https://hindi.indianarrative.com/kala/dev-deepawali-2020-know-the-significance-of-kashi-dev-deepavali-19728.html">जानिए कहां पर देवता आते हैं दीपावली मनाने</a>
<strong>सूर्य ग्रहण का राशियों पर प्रभाव</strong>
सूर्य ग्रहण वृश्चिक राशि में लगेगा। जबकि इस समय मिथुन लग्न होगा। वृश्चिक राशि में सूर्य के साथ चंद्रमा, बुध, शुक्र और केतु भी मौजूद रहेंगे। सूर्य ग्रहण सभी राशियों को प्रभावित करेगा। सूर्य को ग्रहों का राजा कहा जाता है। ऐसे में शीर्ष पदों पर बैठे व्यक्तियों और परिवार के मुखिया पर सूर्य ग्रहण सबसे ज्यादा प्रभाव डालता है। 6 राशि वालों को विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है। मेष, कन्या, मकर, तुला और मिथुन राशि के जातकों को क्रोध पर नियंत्रण करना होगा साथ ही गलत कार्यों से बचना होगा।
<strong>गुरु चांडाल योग का असर</strong>
सूर्य ग्रहण के अवसर पर गुरु चांडाल योग बन रहा है। जिसका निर्माण अप्रैल 2021 तक बना रहेगा। राहु की दृष्टि बृहस्पति पर पड़ने से ये योग बनता है। अप्रैल तक का समय उथल-पुथल भरा रहने वाला है। जिन जातकों की कुंडली में पहले से ही गुरु चांडाल योग है, उन्हें विशेष रूप से सावधान रहने की जरूरत है।
.