भारत के पहले विश्व कप विजेता कप्तान कपिल देव की शुक्रवार को यहां एक अस्पताल में सफल एंजियोप्लास्टी हुई। एक सीनियर डॉक्टर ने शुक्रवार को इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि 61 साल के कपिल को गुरुवार रात दिल का दौरा पड़ने के बाद दक्षिणी दिल्ली के फोर्टिस एस्कॉर्ट्स अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
डॉक्टर ने कहा, " उन्हें गुरुवार रात को अस्पताल लाया गया था। उन्हें सीने में दर्द की शिकायत थी। जांच के बाद रात में ही एंजियोप्लास्टी की गई। अब वह स्थिर हैं। आम तौर पर छुट्टी देने से पहले मरीज को 48 से 72 घंटे तक अस्पताल में रखा जाता है।"
डॉक्टर ने साथ ही कहा कि दिग्गज क्रिकेटर को लंबे समय से शुगर की समस्या थी।
उन्होंने कहा, " मधुमेह के रोगी में रक्त वाहिकाओं में अधिक कैल्शियम जमा होता है। इसलिए, यह एक ऐसा मुद्दा है जो कि जियोप्लास्टी से गुजरने वाले रोगियों के लिए हो सकता है। लेकिन वह स्थिर है।"
किसी समय टेस्ट क्रिकेट में सर्वाधिक विकेट लेने का रिकॉर्ड अपने नाम रखने वाले कपिल देव ने 1994 में टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले लिया था। वह छह साल तक सर्वाधिक टेस्ट विकेट लेने वाले गेंदबाज बने हुए थे। उनके बाद इंग्लैंड के कॉर्टनी वाल्श ने उनका रिकॉर्ड तोड़ा था।
कपिल देव की कप्तानी में ही भारत ने 1983 में पहली बार विश्व कप जीता था।
कपिल ने भारत के लिए 131 टेस्ट और 225 वनडे मैच खेले हैं, जिसमें उन्होंने क्रमश : 5248 और 3783 रन बनाए हैं। उन्होंने इसके अलावा 275 प्रथम श्रेणी मैच और 310 लिस्ट-ए मैच भी खेले हैं।
कपिल ने 16 अक्टूबर 1978 को फैसलाबाद में पाकिस्तान के खिलाफ अपने टेस्ट करियर की शुरुआत की थी। इसके बाद उन्होंने अक्टूबर 1978 को क्वेटा में पाकिस्तान के खिलाफ वनडे क्रिकेट में पदार्पण किया था।
कपिल ने अपना आखिरी टेस्ट मार्च 1994 में हेमिल्टन में न्यूजीलैंड के खिलाफ जबकि अपना आखिरी वनडे अक्टूबर 1978 को फरीदाबाद में वेस्टइंडीज के खिलाफ खेला था।.