<p id="content"><strong>बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफीः</strong> भारतीय कप्तान विराट कोहली ने स्वीकार किया है कि <strong>टेस्ट सीरीज</strong> में इस बार ऑस्ट्रेलियाई टीम उनकी टीम के सामने काफी मुश्किलें खड़ी करेगी। उन्होंने कहा कि टीम को टेस्ट सीरीज में भी सीमित ओवरों की सीरीज जैसी ही प्रतिस्पर्धा दिखानी होगी। भारत ने ऑस्ट्रेलिया दौरे पर वनडे सीरीज गंवाने के बाद टी-20 अपने नाम की है और 17 दिसंबर से वह मेजबान टीम के साथ चार मैचों की टेस्ट सीरीज खेलेगी (<strong><a href="https://en.wikipedia.org/wiki/Border%E2%80%93Gavaskar_Trophy">बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी</a></strong>)।</p>
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कोहली ने मंगलवार को तीसरे टी-20 मैच के बाद कहा, "हमें प्रतिस्पर्धी होना होगा। इस बार वे एक मजबूत टीम है। हमें अपनी तरफ से अधिक प्रतिस्पर्धी होना होगा। हमारा मानना है कि हम इस लय को टेस्ट सीरीज में भी जारी रख सकते हैं।" भारत ने पिछली बार जब ऑस्ट्रेलिया का दौरा किया था, तो पहली बार 2-1 से टेस्ट सीरीज जीती थी। लेकिन उस समय डेविड वार्नर और स्टीव स्मिथ नहीं थे।
कोहली ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया में बल्लेबाजी करनी मुश्किल है, खासकर उनके स्तरीय तेज गेंदबाजों के खिलाफ। उन्होंने कहा कि सीमित ओवरों से ज्यादा आपको टेस्ट में अधिक अनुशासन दिखाने की जरूरत है।
उन्होंने कहा, "हमें टेस्ट में भी उसी प्रतिस्पर्धा को बनाए रखने की जरूरत है। मुझे लगता है कि बतौर बल्लेबाज आपको टेस्ट में अधिक अनुशासन दिखाने की जरूरत है। लेकिन आपको आस्ट्रेलिया में खेलने से पहले यह समझना होगा कि जब भी आप को मौका मिलता है, तो आप वहां रन बना सकते हैं।".