आईपीएल टलने के बाद ज्यादातर खिलाड़ी अपने-अपने घर लौट गए हैं। कई खिलाड़ियों के पॉजिटिव होने के बाद बीसीसीआई ने ये फैसला लिया। हालांकि फिर से आईपीएल के बाकी के मैच आयोजन कराने की चर्चा है। इस बीच राजस्थान रॉयल्स के चेतन साकरिया ने भी अपने घर भावनगर के लिए प्रस्थान किया। लेकिन, भावनगर में कदम रखते ही वो पहले घर की ओर नहीं गए। बल्कि, उनके कदम उस अस्पताल की ओर बढ़ चले, जहां उनके पिता भर्ती थे। 22 साल के गेंदबाज चेतन साकरिया के पिता अस्पताल में कोरोना से जंग लड़ रहे हैं।
घर पहुंचते ही मिली बुरी खबर
भावनगर पहुंचकर पिता को देखने सीधे अस्पताल पहुंचे साकरिया ने कहा कि वो अपने पिता के बेहतर इलाज के लिए IPL 2021 से हुई सारी कमाई लगा देंगे। इस साल के ऑक्शन में 1.2 करोड़ रुपये में राजस्थान रॉयल्स का हिस्सा बने चेतन साकरिया ने इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत में कहा, ” मैं लकी हूं कि मुझे राजस्थान रॉयल्स से कुछ दिन पहले ही अपने हिस्से के पैसे मिले हैं। मैंने वो पैसे घर पर ट्रांसफर कर दिए, जिसने मेरे परिवार को इस मुश्किल वक्त में काम दिए।”
सकारिया ने आगे कहा कि लोग कह रहे हैं कि आईपीएल बंद करो, मैं उन्हें कुछ बताना चाहता हूं, मैं अपने परिवार में एकमात्र रोटी कमाने वाला इंसान हूं। क्रिकेट मेरी कमाई का एकमात्र स्रोत है। मैं अपने पिता को आईपीएल से मिले पैसे की वजह से बेहतर इलाज दे सकता हूं। अगर यह टूर्नामेंट एक महीने के लिए नहीं होता, तो यह मेरे लिए बेहद मुश्किल हो जाता। मैं एक बेहद गरीब परिवार से आता हूं। मेरे पिता ने सारी जिंदगी टेंपो चलाया और आईपीएल की वजह से मेरी पूरी जिंदगी बदल गई।
पिता हर हाल में बचाना चाहते हैं साकरिया
सौराष्ट्र से आने वाले खिलाड़ी ने IPL 2021 के शुरू होने से कुछ महीने पहले अपने छोटे भाई को खो दिया था। चेतन के भाई ने इस साल के शुरुआत में सुसाइड कर लिया था। उस सदमे से उबरने के बाद चेतन साकरिया अब अपने पिता को कोरोना से जंग हारने नहीं देना चाहते। लिहाजा वो अपनी सारी कमाई पिता के इलाज में झोंकना चाहते हैं। उन्होंने ये भी उम्मीद जताई ये टूर्नामेंट जो फिलहाल टला है, जल्दी ही शुरू हो। साकरिया ने कहा, ” मेरी मां ये नहीं जानती की करोड़ में कितने जीरो होते हैं। मेरी पहली प्राथमिकता अपने पिता को देखना है और उसके बाद घर बनाना है। इसके लिए जरूरी है कि IPL दोबारा जल्दी शुरू हो।”