इंग्लैंड के खिलाफ दूसरे टी20 मुकाबले में युवा बल्लेबाज ईशान किशन ने जिस तरह से बल्लेबाजी की हर कोई उनका फैन हो गया। ईशान ने अपने करियर के पहले टी20 मैच में अर्धशतक जड़ दिया और मैन ऑफ द मैच बने। ईशान किशन ने अपना मैन ऑफ द मैच अवार्ड अपने कोच के पिता को समर्पित किया। किशन के बचपने के कोच ने एक इंटरव्यू में खुलासा करते हुए कहा है कि उनके पिता जानते थे कि ईशान किशन एक दिन भारत के लिए खेलेंगे।
मजूमदार ने बताया कि ईशान पांच साल की उम्र में उनके पास आए थे और 16 साल की कड़ी मेहनत के बाद उन्हें भारत का प्रतिनिधित्व करने का मौका मिल ही गया। मजूमदार ने कहा कि वह अपने घर पर बैठकर ईशान को खेलते हुए देख रहे थे। 22 साल के इस बल्लेबाज ने अपने पहले ही मैच में 32 गेंद पर 56 रन की पारी खेली। जिसमें 5 चौके और 4 छक्के जड़े। वह टी20 क्रिकेट में अजिंक्य रहाणे के बाद अपने डेब्यू मैच में शतक जड़ने वाले दूसरे भारतीय बल्लेबाज बन गए।
मजूमदार ने कहा कि जब ईशान ने अपना मैन ऑफ द मैच अवॉर्ड उनके पिता को समर्पित किया तो उस समय उनके आंखो में आंसू आ गए थे, जो हाल में ही इस दुनिया को अलविदा कह गए। कोच ने कहा कि ईशान हमेशा मेरे पिता को प्यार करता था। मेरे पिता ने हमेशा उन्हें आशीर्वाद दिया। 2019 में ईशान घरेलू मैच खेलने के बाद मेरे घर आए और मेरे पिता के साथ बैठकर बाते करने लगे। मेरे पिता ने उस समय भविष्यवाणी की थी कि ईशान 2021 में भारत के लिए खेलेंगे और उनके शब्द सच हो गए। कोच ने कहा कि ईशान को रोहित शर्मा से काफी विश्वास मिला है। उन्होंने रोहित की कप्तानी में काफी मैच खेले हैं। उन्होंने उनसे निडर होकर खेलने की कला सीखी है। मुंबई इंडियंस में रोहित ईशान के मेंटर और कप्तान हैं।