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क्रिकेटर Stuart Broad को अभी भी सपने में आते हैं युवराज सिंह! कहा-काश ऐसा न होता।

Stuart Broad को सपने में भी आते हैं युवराज सिंह

‘काश ऐसा ना होता’ ये टीस उस खिलाड़ी की है, जिसने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में इंग्लैंड के लिए पूरे 17 सालों तक अपने जौहर का प्रदर्शन, साथ ही अपने टेस्ट करियर में कुल 600 विकेट चटकाए। लेकिन जीवन के इस बेहतरीन पारियों में से एक ओवर उनके पूरी पारियों पर भारी पड़ गया। वो खिलाड़ी कोई और नहीं बल्कि  क्रिकेटर Stuart Broad हैं,जिन्हें आज भी युवराज की वो पारी हमेशा एक टीस की तरह चुभती है।

संन्यास की घोषणा करने के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में युवराज द्वारा 6 छक्के के सवाल पर उन्होंने अपनी चु्प्पी तोड़ी। Stuart Broad ने कहा हां यह बहुत कठिन दिन था काश ऐसा ना हुआ होता। उस ओवर के बाद मानसिक तनाव हो गया था। पर मैंने बहुत कुछ सीखा मैंने उस अनुभव के जरिए मानसिक दिनचर्या तैयार की। मैंने अपनी गेंदबाजी पर फोकस किया।

इंग्लैंड के स्टार तेज गेंदबाज Stuart Broad ने पांचवें और आखिरी टेस्ट मैच से पहले संन्यास की घोषणा करके क्रिकेट फैंस को चौंका दिया है। ब्रॉड ने इंग्लैंड के लिए 17 साल तक क्रिकेट खेला। इस दौरान उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में 600 से अधिक विकेट लेकर दिग्गजों की लिस्ट में अपना नाम शामिल करवाया है, लेकिन युवराज सिंह के खिलाफ फेंका गया वह एक ओवर उन्हें हमेशा याद आता रहेगा।

गुजरात के खिलाफ खेली गई पारी के बाद ब्राड को मिली नई पहचान

पिछले कई वर्षों में, ब्रॉड ने मुख्य रूप से टेस्ट क्रिकेट में खुद को स्थापित किया। 2015 विश्व कप के बाद वनडे और टी20 खेलना छोड़ दिया। 2007 टी20 विश्व कप के दौरान उनका फेंका एक ओवर इतिहास के पन्नों में दर्ज हो गया, जब वह छह छक्के खाने वाले इतिहास के पहले गेंदबाज बन गए। भारत के पूर्व बल्लेबाज युवराज सिंह ने उनके खिलाफ यह कारनामा किया था।

छह छक्के लगने के बाद डिप्रेशन में आए ब्रॉड

संन्यास की घोषणा करने के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में 6 छक्के के सवाल पर उन्होंने कहा कि काश ऐसा न होता। उन्होंने कहा कि “हां, यह मेरे लिए बहुत कठिन दिन था, काश ऐसा ना हुआ होता। उस ओवर के बाद मानसिक तनाव हो गया था। पर मैंने बहुत कुछ सीखा, मैंने उस अनुभव के जरिए मानसिक दिनचर्या तैयार की। मैंने अपनी गेंदबाजी पर फोकस किया।”

Stuart Broad ने आगे कहा कि युवराज के खिलाफ मिले अनुभव ने उनकी मानसिक मजबूती में मदद की। उस अनुभव के बाद मैंने अपना ‘योद्धा मोड’ ऑन किया। मैंने ठाना कि ऐसा दोबारा न हो। इसने मुझे आज तक काफी हद तक आगे बढ़ने में मदद की।

“वो मेरे लिए बुरा दिन था”

स्टुअर्ट ने कहा, “आप बड़े पैमाने पर शिखर और गर्त से गुजरते हैं, और जब आप स्टोक्सी (बेन स्टोक्स) जैसे किसी व्यक्ति के करियर को देखते हैं, तो उसने भी उस तरह का काम किया है। निश्चित रूप से एक बात जो मैं पिछले 15 या 16 वर्षों में जानता हूं, वह यह है कि क्रिकेट में आपके पास अच्छे दिनों की तुलना में अधिक बुरे दिन होंगे। और वो मेरे लिए सबसे बुरे दिनों में से एक था”

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