भारतीय क्रिकेट टिम में युवराज सिंह का काफी योगदान रहा है। इस ऑलराउंडर खिलाड़ी ने टी-20 वर्ल्ड कप में इंग्लैंड के खिलाफ छह गेंद में लगातार छह छक्के लगाकार हंगामा मचा दिया था। इसके साथ ही 28 साल बाद 2011 में भारत को वर्ल्ड कप दिलाने में भी युवराज सिंह का काफी अहम रोल रहा। उनके जाने के बाद टीम इंडिया को काफी कमी महसुस हुई लेकिन, अब ऐसा लगता है कि, भारतीय टीम को अपना युवराज मिल गया है। क्योंकि माही ने एक ऐसे खिलाड़ी की खोज की है जो हीरे से कम नहीं है। वो जब खेलता है तो लगता है कि युवराज सिंह बल्लेबाजी कर रहे हैं। वैसा ही स्टांस, वही बैकलिफ्ट और कई शॉट्स भी उन्हीं की तरह। यह कोई और नहीं बल्कि शिवम दुबे हैं। जो माही की पाठशाला में तैयार हो रहे हैं।
चेन्नई सुपरकिंग्स की ओर से खले रहे शिवम दुबे ने मंगलवार रात रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर की जमकर क्लास ली। 46 गेंद में ताबड़तोड़ 95 रन ठोक डाले। इस नाबाद पारी के दौरान उन्होंने पांच चौके आठ छक्के उड़ाए। अनुभवी बल्लेबाज रॉबिन उथप्पा के साथ मिलकर 73 गेंद पर 165 रन की साझेदारी की। इन दोनों बल्लेबाजों की बदौलत चेन्नई ने चार विकेट पर 216 रन का विशाल स्कोर खड़ा किया और आरसीबी पर 23 रन की शानदार जीत दर्ज की।
विस्फोटक बल्लेबाजी के साथ-साथ शिवम दुबे मीडियम पेसर बॉलर भी हैं। इसी ऑलराउंड क्षमता के बूते उन्हें 2019 में पहले टी-20 और फिर वनडे डेब्यू करने का मौका मिला। कुल मिलाकर 14 इंटरनेशनल मैच खेलने के बावजूद दुबे अपने टैलेंट को खुलकर बाहर नहीं ला सकते जिसके चलते उन्हें टीम से बाहर होना पड़ा। मैच के बाद दुबे ने कहा कि सीनियर खिलाड़ियों ने मेरी काफी मदद की। उन्होंने कहा कि, हम पहली जीत की तलाश में थे और मुझे खुशी है कि मैं योगदान दे सका। मेरा फोकस अपने बेसिक्स पर था। माही भाई मेरी लगातार मदद कर रहे हैं, उन्होंने कहा कि अपने हुनर पर भरोसा रखो।