सिडनी के मैदान पर टीम इंडिया के सामने इज्जत बचाने का मौका था। विराट कोहली के आउट होते ही सबके अरमानों पर जैसे पानी फिर गया। विराट के बाद हार्दिक पाण्डया बैटिंग के लिए पहुंचे। जब उन्होंने छक्के लगाने शुरू किए तो लगा कि एक और धोनी पिच पर पहुंच गया है। पाण्डया ने ठीक उसी स्टाइल में मैच फिनिश किया जैसे धोनी मैच फिनिश किया करते थे।
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ रविवार को दूसरे टी20 में हार्दिक पंड्या ने फिर से दुनिया को दिखाया कि वह कितने प्रभावी हो सकता है। लंबे समय से टीम के सबसे अच्छे फिनिशर का टैग एमएस धोनी के पास था। अब धोनी के संन्यास लेने के बाद ऐसा लगता है कि पंड्या ने उस टैग को अपना बना लिया है। पंड्या वर्तमान में एक बल्लेबाज के रूप में टीम में हैं क्योंकि वह गेंदबाजी करने के लिए पूरी तरह से फिट नहीं हैं।
कई लोगों को लगता है कि पंड्या अब धोनी की ही तरह मैच फिनिश कर रहे हैं, जो टीम इंडिया के लिए अच्छी बात है। मौजूदा दौर के सीमित ओवरों के क्रिकेट में एक बेहतरीन फिनिशर की अहमियत काफी होती है।
जिस तरह से वह क्रीज पर जमते हैं, लक्ष्य हासिल कराते हैं और बड़े शॉट्स लगाते हैं, उनका अपार आत्म विश्वास.. ये सभी संकेत हैं कि वह मैच विनर हैं। विपक्षी टीमों को भी यह पता है कि जब तक हार्दिक क्रीज पर हैं, मैच भारत के ही पक्ष में है।
हार्दिक को दूसरे टी 20 मैच में 22 गेंदों पर नाबाद 42 रन बनाने के लिए मैन ऑफ द मैच चुना गया। भारतीय टीम ने रविवार को मिली जीत के बाद 3 मैचों की सीरीज में 2-0 की अजेय बढ़त बना ली।.