कोरोना का असर आज मैनचेस्टर में देखने को मिला है, आज शुक्रवार को इंडिया और इंग्लैंड के बीच पांचवां टेस्ट मैच शुरु होना था लेकिन कोरोना के कारण रद्द कर दिया गया। BCCI और ईसीबी ने सहमित से इस मैच को रद्द करने का फैसला किया। ईसीबी ने एक बयान जारी करते हुए इस बात की जानकारी दी और कहा कि, टीम इंडिया ने कोविड के मामलों के कारण टीम उतारने से इनकार कर दिया है। दिनेश कार्तिक मैच को लेकर एक खुलासा किया है।
बताते चलें कि, टीम इंडिया खिलाड़ियों पर कोरोना का संकट तो नहीं है लेकिन, कुछ सदस्य इसके चपेट में हैं, सबसे पहले टीम इंडिया के मुख्य कोच रवि शास्त्री कोरोना संक्रमित पाए गए। उनके बाद टीम के पहले फिजियो नितिन पटेल और उनके उनके बाद दूसरे फिजियो योगेश परमार भी कोविड-19 पॉजिटिव पाए हए। ऐसे में भारतीय टीम के पास फिजियो नहीं था। दिनश कार्तिक ने कहा है कि, कोरोना के चलते टीम के खिलाड़ी घबरा गए थे और जिस कारण खिलाड़ियों ने मैदान पर उतरने से मना कर दिया।
स्काई स्पोर्ट ने अपने एक बयान में कहा कि, उन्होंने कुछ खिलाड़ियों से बात की थी और पाया था कि योगेश परमार के कोविड पॉजिटिव पाए जाने के बाद भारतीय खिलाड़ी घबरा गए थे और इसी कारण वह पांचवें टेस्ट मैच में उतरने को लेकर असहज थे। उन्होंने कहा कि, मैंने कुछ खिलाड़ियों से बात की थी। एक आम राय यह थी कि चौथे टेस्ट मैच के बाद, यह थकाऊ था। लगभग सभी मैच आखिरी दिन तक गए थे, वह थक चुके हैं और उनके पास अब एक फिजियो है। उनके पास दो थे लेकिन एक कुछ कोचेस के साथ आइसोलेशन में जाने के कारण हट गया। उनके पास एक फिजियो था और उसके साथ उन्होंने काफी काम किया, लेकिन अब उसका टेस्ट भी पॉजिटिव आया है। ये समस्या है, अगर कोई और होता, कोई अगर लॉजिस्टिक्स में मदद करता, तो वो उतने डरते नहीं। लेकिन जैसे ही ये शख्स चपेट में आया तो सभी लोग घबरा गए।
इसके आगे कार्तिक ने कहा कि, भारत लंबे समये से इंग्लैंड में बायो बबल में है और इस दौरे के बाद कई और टूर्नामेंट्स हैं जिसमें खिलाड़ी बायो बबल में रहेंगे। आपको ये भी समझना होगा कि जैसे ही ये दौरा खत्म होगा। उनको आईपीएल में हिस्सा लेना है और फिर उसके बाद टी20 विश्व कप में। इसके बाद न्यूजीलैंड सीरीज है। आप एक सप्ताह की बात कर रहे हैं, वह लोग कितने बबल में रहेंगे, खिलाड़ी 16 मई को भारत में एकत्रित हुए हैं। लगभग चार महीने हो चुके हैं।