यूरो कप के राउंड 16 में इंग्लैंड ने जर्मनी को 2-0 से पीटकर बाहर कर दिया है। पूरे मैच में इंग्लैंड जर्मनी पर हावी रहा और रहीम स्टर्लिंग (Raheem Sterling) और हेरी केन (Harry Kane) के गोल के बूते इंग्लैंड ने क्वार्टर फाइनल में जगह बना ली है। पहला हाफ कोई गोल न हो सका फिर दूसरे हाफ में इंग्लैंड ने अपनी रणनीति को कारगर तरीके से लागू किया और दो गोल दागे। सबसे पहले रहीम स्टर्लिंग ने गोल दागा। उन्होंने 75वें मिनट में गोल दागा और इंग्लिश टीम को बढ़त दिलाई। इसके 11 मिनट बाद ही कप्तान हेरी केन ने भी गेंद को बढ़िया हेडर से गोल पोस्ट में दाखिल कर दिया।
इस दौरान जर्मनी के पास भी गोल करने के मौके आए लेकिन उसके खिलाड़ी नाकाम रहे। हेरी केन के गोल से ठीक पहले जर्मनी के थॉमस मुलर एक आसान सा मौका गंवा बैठे। यह जीत इंग्लैंड के मैनेजर गेरेथ साउथगेट के लिए काफी यादगार रहेगी। 25 साल पहले यूरो 1996 में वे जर्मनी के खिलाफ सेमीफाइनल में शूटआउट में गोल नहीं दाग पाए थे। लेकिन उनकी कोचिंग में इंग्लैंड की नई पीढ़ी ने बाजी पलट दी। यह इंग्लैंड की यूरो चैंपियनशिप के नॉकआउट स्टेज में दूसरी ही जीत है। इससे पहले उसने यूरो 1996 में स्पेन को हराया था लेकिन बाद में सेमीफाइनल में जर्मनी ने उसे हराकर बाहर कर दिया था। इस मैच के देखने के लिए कई बड़े नाम स्टेडियम में मौजूद थे। इनमें प्रिंस विलियम और प्रिंसेस केट मिडिलटन, डेविड बैकहम, एड शीरन शामिल थे। इस मैच को देखने के लिए 40 हजार से ज्यादा दर्शक आए।
क्वार्टर फाइनल में इंग्लैंड का मुकाबला स्वीडन या यूक्रेन से हो सकता है। इस टूर्नामेंट से फ्रांस, नीदरलैंड्स, पुर्तगाल जैसी टीमें पहले ही बाहर हो चुकी हैं। ऐसे में इंग्लैंड के पास टूर्नामेंट जीतने का सुनहरा मौका होगा। इंग्लैंड की टीम 1966 के बाद से कोई बड़ा टूर्नामेंट नहीं जीत सकी है। इस दौरान जर्मनी हर बार उसके रास्ते में रोड़ा बना है। उसने 1970, 1990 और 2010 के वर्ल्ड में उसे हराकर बाहर किया था तो यूरो 1996 के सेमीफाइनल में भी शिकस्त दी थी।