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T20 World Cup 2021: UAE के अलावा इन देशों में भी BCCI करा सकता है टी20 वर्ल्डकप 2021

UAE के अलावा इन देशों में भी BCCI करा सकता है टी20 वर्ल्डकप 2021

आईसीसी टी20 वर्ल्ड कप 2021 (ICC t20World Cup 2021) का काउंटडाउऩ शुरू हो गया है। सभी टीमें इस बड़े टूर्नामेंट के लिए अपनी अपनी तैयरियां शुरू कर दी है। लेकिन भारत में इसके आयोजन को लेकर अब भी सस्पेंस बना हुआ है। इस साल अक्टूबर-नवंबर में आईसीसी टी20 वर्ल्ड कप का आयोजन भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) को करना है। भारत में कोविड-19 महामारी के संकट को देखते हुए ऐसा माना जा रहा है कि टी20 वर्ल्ड कप आयोजन भारत से बाहर कराया जा सकता है।

इस देश में हो सकता है टी20 वर्ल्डकप 2021

टी20 वर्ल्ड कप 2021 ऐसी भी खबरें आ चुकी हैं कि, बीसीसीआई इसका आयोजन यूएई में करा सकता है, अब ऐसी खबरें आ रही हैं कि श्रीलंका में भी टी20 वर्ल्ड कप 2021 का आयोजन किया जा सकता है। आईसीसी ने पहले ही साफ कर दिया है कि अगर टी20 वर्ल्ड कप का आयोजन भारत में नहीं भी होता है, तो इसकी मेजबानी बीसीसीआई ही करेगा। एएनआई से बात करते हुए बीसीसीआई के अधिकारी ने कहा कि बीसीसीआई इसको लेकर इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) और श्रीलंका क्रिकेट (एसएलसी) के साथ भी चर्चा कर रहा है। यूएई में पाकिस्तान सुपर लीग (पीएसएल) के बचे हुए मैच कराए जा रहे हैं। इसके बाद इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2021 के बचे हुए मैच भी यूएई में कराए जाने हैं।

बीसीसीआई (BCCI) से जुड़े एक सूत्र ने कहा है कि, प्लेइंग कंडीशन को ध्यान में रखते हुए श्रीलंका क्रिकेट से बस शुरुआती दौर की बात की जा रही है। फिलहाल कुछ भी कहना जल्दबाजी होगा। आईसीसी को जवाब देने में अभी समय बचा है। भारत से बाहर होने पर भी मेजबानी बीसीसीआई के पास ही रहेगी।

अगर नहीं मिला टैक्स में छूट तो BCCI को बड़ा नुकसान

गौरतलब हो कि, भारतीय बोर्ड हर हाल में टूर्नामेंट को देश में ही आयोजित करने की काफी कोशिश कर रही है। खबरों की माने तो बोर्ड के राह में आ रही बाधा में कोरोना वायरस के अलावा टैक्स का मुद्दा भी BCCI के लिए रुकावट बन रहा है। टैक्स का मसला अभी तक सुलझ नहीं पाया है, ICC ने टूर्नामेंट की मेजबानी के बदले टैक्स छूट मांगी है, लेकिन बीसीसीआई अभी तक भारत सरकार से ये छूट हासिल नहीं कर पाया है। अगर टूर्नामेंट भारत में ही होता है और बीसीसीआई टैक्स छूट हासिल करने में नाकाम होता है, तो उसे आईसीसी से होने वाली कमाई में से 900 करोड़ रुपए से ज्यादा गंवाने पड़ सकते हैं।