भारतीय क्रिकेट टीम कोच पद से अलग हो चुके रवि शास्त्री सात साल तक टीम इंडिया के डायरेक्टर और हेड कोच रहे। ICC Trophy नही जीत पाने का मलला रवि शास्त्री को अब भी मलला है और उन्होंने इस बारे में बताया है कि कब टीम इंडिया के पास सबसे अस्छा मौका था इस ट्रॉफी को अपने नाम करने का।
यह भी पढ़ें- T20 सीरीज में जीत के बाद टीम इंडिया ने रात भर मनाया जश्न
इससे पहले आपको बता दें कि, अपने सात साल तक कार्यकाल के दौरान रवि शास्त्रि ने काफी कामयाबी हासिल की। भारतीय टीम नंबर वन बनी, ऑस्ट्रेलिया में दो बार टेस्ट सीरीज अपने नाम किया। इंग्लैंड में टेस्ट सीरीज जीतने के करीब है। लेकिन उनके कोच रहते हुए भारत आईसीसी इवेंट नहीं जीत पाया। इस दौरान टीम इंडिया 2016 टी20 वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल, 2019 वर्ल्ड कप सेमीफाइनल, 2021 वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में हारी तो 2021 में टी20 वर्ल्ड कप के सुपर-12 स्टेज से ही बाहर हो गई। उनका कहना है कि, भारत के पास 2019 और 2021 टेस्ट चैंपियनशिप में जीत का अच्छा मौका था और वह इसके सबसे करीब थी।
न्यू इंडियन एक्सप्रेस से बात करने हुए उन्होंने कहा कि, मैं कहूंगा कि यह टीम मेरे कार्यकाल में दो आईसीसी खिताब जीतने की हकदार थी। मैं यह बात हर बार कहूंगा। वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का फैसला एक मैच से होना… मुझे हमेशा लगता है कि यह सही नहीं है क्योंकि टीम पांच साल तक नंबर वन थी। मेरे लिए यह सबसे बड़ी निराशा थी क्यों कि हमने आईसीसी ट्रॉफी हासिल करने के लिए मैच को ड्रॉ तक नहीं कराया। 2019 वर्ल्ड कप में मुझे लगा कि जब गेंद रिजर्व दिन में गया तो सुबह के 10 मिनट के अलावा हमने शानदार क्रिकेट खेली, खेल के अगले दिन जाने से माहौल बदल गया।
यह भी पढ़ें- सीरीज जीतने के बाद भी नए कोच ने दी Team India को चेतावनी
उन्होंने आगे कहा कि, हमने वनडे-टी20 में सभी टीमों को उनके घर में घुसकर हराया। हर टीम को हमने उनके ही मैदानों में शिकस्त दी। जब सभी फॉर्मेट में आपने 70 फीसदी मैच जीते हों तब आप ज्यादा कुछ कह नहीं सकते। अगर मेरे कार्यकाल के शुरू में कोई कहता कि सात साल बाद ऐसा रिकॉर्ड रहेगा तो मैं कहता शुक्रिया। क्योंकि केवल एक ही टीम का इस तरह का रिकॉर्ड ऐसा हो सकता है और वह है ऑल ब्लैक्स (न्यूजीलैंड रग्बी टीम)। इसलिए लालची होना एक बात है और जरूरत से ज्यादा लालची होना अलग बात है। इसलिए हां, कोई आईसीसी खिताब नहीं जीत पाना निराश करता है और 2019 वर्ल्ड कप व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल हमारा बेस्ट चांस था।