टोक्यो ओलंपिक की शुरुआत हो गई है। खेल के इस महाकुंभ में दुनिया के 205 देशों के 11 हजार से ज्यादा एथलीट भाग लेंगे। भारत की ओर से इस बार 125 खिलाड़ियों का दल टोक्यो गया है जो अलग -अलग खेलों में हिस्सा लेंगे। भारत को फिर अपनी बेटियों से उम्मीदें है। ये बाहुबली बेटियां देश को पदक दिलाएंगी। इस बार रिकॉर्ड 55 महिला एथलीट ओलंपिक में हिस्सा लेंगी। 2016 के ओलंपिक में पीवी सिंधु और साक्षी मलिक ने देश का नाम रोशन किया था। इस बार देश की कुछ महिला खिलाडियों से पदक की उम्मीद है।
इस बार दीपिका कुमारी, विनेश फोगाट, पीवी सिंधु, मैरीकॉम, मनु भाकर, सानिया मिर्जा, रानी रामपाल, मीराबाई चानू भी उसी इरादे से तैयार हैं। बैडमिंटन ने सिंधु तो तीरंदाजी में दीपिका मेडल की मजबूत दावेदार हैं। आइए आपको मिलाते हैं देश की बाहुबली बेटियों से।
विनेश फोगाट (पहलवानी)
देश को पहलवानी में कई मेडल मिल चुके हैं। इस बार के ओलंपिक में विनेश फोगाट मेडल की दावेदार मानी जा रही है। रियो ओलंपिक में भी वो मेडल की मजबूत दावेदार थीं, लेकिन बीच टूर्नामेंट में वो अनफिट हो गईं थी।
पीवी सिंधु(बैडमिंटन)
आज देश का बच्चा-बच्चा इस नाम को जानता है। पीवी सिंधु ने बैडमिंटन में भारत को कई मेडल दिलाए। रियो ओलंपिक में सिंधु ने सिल्वर मेडल जीता था। वो फाइनल में स्पेन की कैरोलिना मारिन से हार गईं थी। इस बार कैरोलिना मारिन चोट के कारण ओलंपिक नहीं खेल रही हैं। ऐसे में वो इस बार भारत को गोल्ड दिला सकती हैं।
मैरीकॉम (बॉक्सिंग)
मैरीकॉम पूरी दुनिया के सामने मिसाल हैं। वो 6 बार वर्ल्ड चैंपियन बनी हैं। लंदन ओलंपिक्स में वो ब्रॉन्ज मेडल जीत चुकी हैं। उन्हें पता है कि ओलंपिक का प्रेशर क्या होता है। इस बार उनता आखिरी ओलंपिक है। अपने मेडल का रंग बदलने के लिए वो बेताब हैं।
मनु भाकर (शूटिंग)
मनु भाकर से एक इंटरव्यू में पूछा गया कि मान लीजिए ओलंपिक में मेडल जीत लिया तो सबसे पहले क्या करेंगी- जवाब था, जोर से चिल्लाऊंगी- भारत माता की जय। मनु भाकर के पास शूटिंग की लगभग सभी बड़ी प्रतियोगिताओं का मेडल है। ओलंपिक मेडल शूटिंग के खेल में उनके कद को और बढ़ाएगा।
सानिया मिर्जा (टेनिस)
सानिया देश की स्टार खिलाड़ी हैं। वो देश में काफी लोकप्रिय हैं। मैरीकॉम की तरह उन्हें भी सुपर-मॉम कहा जाता है। इस बार वो कोर्ट में अंकिता रैना के साथ फिर ओलंपिक मेडल की तरफ मजबूत कदम बढ़ाएंगी।
मीराबाई चानू (वेटलिफ्टिंग)
मीराबाई चानू से मेडल की काफी उम्मीद है। वो देश की एकमात्र दावेदार हैं जो वेटलिफ्टिंग में भाग लेंगी। मीराबाई 49 किलोग्राम वर्ग में भारत की दावेदारी पेश करेंगी। उनकी मौजूदा विश्व रैंकिंग दो है। 2020 एशियन चैंपियनशिप में गोल्ड जीतने के बाद उनके हौसले बुलंद हैं और इस बार वो गोल्ड का सपना लेकर टोक्यो गईं हैं।