<p id="content"><strong>भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया कैनबरा वनडेः</strong> टीम इंडिया की 'त्रिशक्ती' ने मेजबान ऑस्ट्रेलिया का विजय रथ रोककर <strong>वनडे सीरीज</strong> का आखिरी मैच अपने नाम कर लिया। वनडे सीरीज की खराब शुरुआत करने वाली भारतीय टीम ने बुधवार को मनुका ओवल मैदान (Canberra ODI) पर खेले गए आखिरी मैच में ऑस्ट्रेलिया को 13 रनों से मात दे सम्मानजनक जीत के साथ सीरीज का अंत किया (India Vs Australia)। टीम इंडिया की जीत के हीरो रवींद्र जडेजा, हार्दिक पांड्या और शार्दुल ठाकुर रहे। इसी त्रिशक्ती ने ऑस्ट्रेलिया को <strong>क्लीन स्वीप</strong> करने से रोका। शुरुआती दो मैच जीतकर पहले ही सीरीज अपने नाम करने वाली ऑस्ट्रेलिया ने 2-1 की स्कोरलाइन के साथ वनडे सीरीज अपने नाम की। साथ ही भारत ने 20 साल में पहली बार ऑस्ट्रेलिया के हाथों वनडे में सूपड़ा साफ होने से खुद को बचा लिया। अब भारतीय टीम बढ़े हुए मनोबल के साथ टी20 सीरीज का रुख करेगी, जिसकी शुरुआत 4 दिसम्बर से हो रही है (Ind Vs Aus 3rd ODI)।</p>
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भारत ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला करते हुए हादिर्क पांड्या (नाबाद 92), रवींद्र जडेजा (नाबाद 66) और कप्तान विराट कोहली की पारियों के दम पर 50 ओवरों में पांच विकेट खोकर 302 रन बानए। कप्तान एरॉन फिंच (75) के बाद मैक्सवेल की 59 रनों की पारी के बूते लग रहा था कि ऑस्ट्रेलिया मैच अपने नाम कर लेगी। जसप्रीत बुमराह ने 45वें ओवर की तीसरी गेंद पर अपनी यॉर्कर गेंद से मैक्सवेल को बोल्ड कर भारत को मैच में वापस ला दिया। ऑस्ट्रेलिया 49.3 ओवरों में 289 रनों पर ऑल आउट होकर मैच हार गई।
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मैक्सवेल ने 38 गेंदों का सामना कर तीन चौके और चार छक्के मारे। फिंच ने 82 गेंदों की अपनी पारी में सात चौके और तीन छक्के लगाए। भारत के लिए शार्दुल ठाकुर ने तीन विकेट लिए। पदार्पण कर रहे टी.नटराजन थोड़े महंगे साबित हुए। उन्होंने 10 ओवरों में 70 रन देकर दो विकेट लिए। बुमराह के हिस्से भी दो विकेट आए। कुलदीप यादव और जडेजा ने एक-एक सफलताएं अर्जित की।
303 रनों का पीछा करने उतरी ऑस्ट्रेलिया की सलामी जोड़ी मे डेविड वार्नर नहीं थे। वह चोट के कारण यह मैच नहीं खेल रहे थे। उनकी जगह फिंच के साथ मार्नस लाबुशैन पारी की शुरुआत करने आए।
लाबुशैन को नटराजन ने अपना पहला शिकार बनाया। लाबुशैन सात रन ही बना पाए। पिछले दो मैचों से शतकीय पारी खेलने वाले स्टीव स्मिथ भी सात रन ही बना सके। शार्दुल ने उन्हें आउट किया।
मोइजेज हेनरिक्स (22) और फिंच ने तीसरे विकेट के लिए 61 रन जोड़े। शार्दुल ने फिर हेनरिक्स को आउट कर भारत को तीसरी सफलता दिलाई। हेनरिक्स का विकेट 117 रनों के कुल स्कोर पर गिरा और पांच रन बाद रवींद्र जडेजा की गेंद पर शिखर धवन ने फिंच का शानदार कैच पकड़ भारत को बड़ी सफलता दिलाई। इस समय ऑस्ट्रेलिया का स्कोर पांच विकेट पर 123 रन था। पदार्पण कर रहे कैमरून ग्रीन 21 रन जोड़ने के बाद कुलदीप की गेंद पर जडेजा के हाथों लपके गए।
बेहतरीन फॉर्म मे चल रहे मैक्सवेल ने आते ही लंबे शॉट्स लगाए। एलेक्स कैरी ने उनका अच्छा साथ दिया। दोनों टीम को लक्ष्य के करीब ले जा रहे थे। तभी कैरी रन आउट हो गए और इसी के साथ दोनों के बीच 52 रनों की साझेदारी का अंत हुआ। कैरी ने 38 रन बनाए।
कैरी के जाने के बाद मैक्सवेल को एश्टन एगर का साथ मिला। दोनों ने मिलकर सातवें विकेट के लिए 58 रन जोड़े और लगने लगा था कि यह जोड़ी भारत को सीरीज में एक भी मैच जीतने नहीं देगी। तभी बुमराह ने मैक्सवेल को बोल्ड कर मेहमान टीम को मैच में वापस ला दिया। एगर ने 28 गेंदों पर 28 रन बनाए। उन्हें नटराजन ने अपना दूसरा शिकार बनाया।
इससे पहले, टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने वाली भारत ने इस मैच में मयंक अग्रवाल के स्थान पर शुभमन गिल को मौका दिया और शिखर धवन (16) के साथ गिल ही पारी की शुरुआत करने आए। धवन को सीन एबॉट ने 26 के कुल स्कोर पर आउट किया।
कोहली और गिल ने 56 रन जोड़े। इस साझेदारी को तोड़ा बाएं हाथ के स्पिनर एगर ने। 33 रन बनाने वाले गिल, एगर की गेंद पर एलबीडब्ल्यू हो गए। कोहली के कहने पर गिल ने रिव्यू भी लिया जो असफल रहा। श्रेयस अय्यर सिर्फ 19 रन ही बना पाए। एगर ने लोकेश राहुल (5) को भी ज्यादा देर टिकने नहीं दिया।
कोहली एक छोर से अड़े थे और अपने पचास रन भी पूरे कर चुके थे। साथ ही साथ कोहली ने वनडे में अपने 12,000 रन भी पूरे कर लिए थे और वह वनडे में सबसे तेजी से इतने रन बनाने वाले बल्लेबाज हैं। कोहली ने इस मामले में सचिन तेंदुलकर को पीछे छोड़ा है।
कोहली ने 12,000 रन बनाने के लिए 242 पारियां ली जबकि सचिन ने 300 पारियां ली थीं। कोहली के विकेट की तलाश में लगे ऑस्ट्रेलियाई कप्तान फिंच ने जोश हेजलवुड को वापस बुलाया। दाएं हाथ के तेज गेंदबाज ने कप्तान की उम्मीदों को पूरा किया। हेजलवुड ने कोहली को विकेटकीपर एलेक्स कैरी के हाथों कैच कराया। कोहली ने अपनी पारी में 78 गेंदों का सामना करते हुए पांच चौके मारे।
कोहली के जाने पर भारत का स्कोर पांच विकेट पर 152 रन था। फिर जडेजा और पांड्या ने टीम की बागडोर संभाली और स्कोरबोर्ड चलाया। आखिरी पांच ओवरों में इन दोनों बल्लेबाजों ने 15.20 की औसत से 76 रन जोड़े। पांड्या ने अपनी नाबाद पारी में 76 गेंदें खेलते हुए सात चौके और एक छक्का लगाया। जडेजा ने 50 गेंदों की पारी में पांच चौके और तीन छक्के मारे। ऑस्ट्रेलिया की तरफ से एगर ने दो विकेट लिए। हेजलवुड, जाम्पा, एबॉट ने एक-एक विकेट लिया।.