वानखेड़े स्टेडियम में एक रोमांचक खेल में चेन्नई सुपर किंग्स ने कोलकाता नाइटराइडर्स को 18 रनों से हरा दिया। मैच में चेन्नई ने 3 विकेट पर 220 रनों का विशाल स्कोर खड़ा किया था। जवाब में कोलकाता टीम रसल (22 गेंदों में 54 रन) और पैट कमिंस (34 गेंदों में नाबाद 66 रन) की तूफानी फिफ्टी के बावजूद 202 रनों तक ही पहुंच सकी। चेन्नई की यह 4 मैचों में तीसरी जीत है।
उसकी जीत के हीरो रहे तेज गेंदबाज दीपक चाहर। उन्होंने 29 रन देकर केकेआर के टॉप-5 में से 4 बल्लेबाजों को आउट किया, लुंगी एंगिडी ने 28 रन देकर 3 विकेट झटके। इसके साथ ही वह पॉइंट्स टेबल में 6 अंकों के साथ रनरेट के आधार पर टॉप पर पहुंच गई है। विराट की कप्तानी वाली RCB के भी 6 पॉइंट्स हैं। वह दूसरे नंबर पर है। दूसरी ओर, केकेआर 4 मैचों में 3 हार के साथ छठे नंबर पर है।
पैट कमिंस ने जोर लगाया तो केकेआर मुकाबले में आ गई। उसे आखिरी ओवर में 20 रन चाहिए थे। शार्दुल ठाकुर के हाथ में गेंद थी। पहली ही गेंद पर प्रसिद्ध कृष्णा रन आउट हो गए। इसके साथ ही चेन्नई ने मुकाबला जीत लिया।
चेन्नई सुपर किंग्स ने फाफ डु प्लेसिस की 95 रन की नाबाद और रितुराज गायकवाड़ की 64 रन की अर्धशतकीय पारी से कोलकाता नाइटराइडर्स के खिलाफ तीन विकेट पर 220 रन का विशाल स्कोर खड़ा किया। बल्लेबाजी का न्यौता मिलने के बाद चेन्नई सुपर किंग्स ने शानदार शुरूआत करते हुए पावरप्ले में बिना विकेट गंवाए 54 रन बनाए। दक्षिण अफ्रीकी क्रिकेटर डु प्लेसिस ने पारी शुरू की और अंत तक डटे रहे, उन्होंने अपनी पारी के दौरान 60 गेंद में नौ चौके और चार छक्के जमाए।
उन्होंने और रूतुराज गायकवाड़ ने पहले विकेट के लिए 115 रन की भागीदारी निभायी। पिछले तीन मैचों में अच्छा प्रदर्शन नहीं करने वाले गायकवाड़ ने आखिरकार फार्म में वापसी की, उन्होंने 13वें ओवर में आउट होने से पहले 42 गेंद का सामना करते हुए 64 रन बनाए। इस भागीदारी में हालांकि गायकवाड़ आक्रामक रहे जिन्होंने अपनी पारी के दौरान छह चौके और चार छक्के जड़े।
गायकवाड़ के आउट होने के बाद डु प्लेसिस ने तेजी पकड़ी, उन्होंने चेन्नई सुपर किंग्स के लिए पिछले मैचों में शानदार प्रदर्शन करने वाले ऑल राउंडर मोईन अली के साथ मिलकर महज 26 गेंद में 50 रन जोड़ दिए। अली ने 12 गेंद में दो चौके और इतने ही छक्के लगाकर 25 रन बनाए। चेन्नई सुपर किंग्स ने अंतिम पांच ओवर में 76 रन जोड़े जिसमें डु प्लेसिस की भूमिका अहम रही।
उन्होंने आंद्रे रसल की गेंदों पर लगातार तीन चौके लगाए और पैट कमिंस पर एक छक्के से वह 90 रन के स्कोर तक तक पहुंचे। अंतिम गेंद पर रविंद्र जडेजा ने कमिंस पर एक छक्का जड़ा। कप्तान महेंद्र सिंह धोनी चौथे स्थान पर बल्लेबाजी के लिए उतरे, उन्होंने आठ गेंद में दो चौके और एक छक्के से 17 रन का योगदान दिया। धोनी ने इस दौरान सुनील नरने के खिलाफ 64 गेंद के बाद अपनी पहली बाउंड्री लगायी।
बड़े लक्ष्य के आगे केकेआर की टीम की शुरुआत बेहद खराब रही। उसके टॉप बल्लेबाज तेजी से रन बनाने को लेकर कुछ अधिक ही आक्रामक नजर आए। रिजल्ट यह रहा कि उसकी आधी टीम 31 रनों पर ही लौट गई। इस में अहम भूमिका रही दीपक चाहर की। CSK के मुख्य तेज गेंदबाज ने शुभमन गिल (0) को खाता ही नहीं खोलने दिया, जबकि नीतीश राणा को 9 रनों के निजी स्कोर पर चलता किया।
राहुल त्रिपाठी (8) को लुंगी एंगिडी ने धोनी के हाथों कैच कराया तो दीपक ने कप्तान इयोन मोर्गन (7) और फिर सुनील नरेन (4) को अपने लगातार ओवरों में चलता करते हुए स्कोर 5 विकेट पर 31 रन कर दिया। हालांकि, यहां आंद्रे रसल और दिनेश कार्तिक ने मोर्चा संभाला और छठे विकेट के लिए तूफानी अंदाज में 39 गेंदों में 81 रन ठोक डाले। इसमें रसल के 22 गेंदों में 54 रन शामिल हैं।
इस खतरनाक होती जोड़ी को सैम करन ने तोड़ा। उन्होंने रसल को 12वें ओवर की दूसरी गेंद पर बोल्ड कर दिया। कैरेबियाई खिलाड़ी ने 3 चौके और 6 छक्के उड़ाए। इसके बाद करियर का 200वां आईपीएल मैच खेल रहे दिनेश कार्तिक ने भी हाथ खोले, लेकिन लंगुी एंगिडी की गेंद पर विकेट थमा बैठे। उन्होंने 24 गेंदों में 4 चौके और दो छक्के की मदद से 40 रन बनाए।
ऑस्ट्रेलियाई ऑलराउंडर पैट कमिंस ने मोर्चा संभाला और 16वें ओवर में सैम करन को 4 छक्के और एक चौका उड़ाते हुए 30 रन कूट डाले। उन्होंने महज 23 गेंदों में हाफ सेंचुरी पूरी की। वह एक छोर पर रन बरसा रहे थे, लेकिन दूसरे छोर पर उन्हें साथ नहीं मिला। नतीजा केकेआर को हार का सामना करना पड़ा।