Hindi News

indianarrative

IND vs ENG: जब पटना पुलिस ने इशान किशन को किया था गिरफ्तार, सड़क पर भीड़ ने कर दी थी पिटाई

ishan kishan

युवा बल्लेबाज इशान किशन (Ishan Kishan) ने कल के मैच में अंतराष्ट्रीय टीम में डेब्यू किया। अपने डेब्यू मैच में ही किशन ने दिखा दिया की वो एक होनहार खिलाड़ी हैं। इशान किशन (Ishan Kishan) ने मैदान पर आते ही इंग्लैंड के गेंदबाजों पर हमला कर दिया और चौके-छक्के की झड़ी लगी दी। वो 32 गेंदों पर 56 रन बनाकर आउट हुए। उन्होंने 4 छक्के और 5 चौके लगाए। उन्होंने आदिल राशिद की गेंद पर छक्के के साथ अपना अर्धशतक पूरा किया। इशान किशन महज दूसरे भारतीय हैं जिसने पहली टी20 पारी में ही अर्धशतक ठोका है। उनसे पहले 2011 में अजिंक्य रहाणे ने इंग्लैंड के खिलाफ ही अपने डेब्यू टी20 में अर्धशतक ठोका था। हालांकि इशान किशन ने अर्धशतक के लिए 28 गेंद खेली और रहाणे ने 29 गेंदों का सामना किया था।

जब इशान किशन हुए थे गिरफ्तार

आज भारत के जीत के हिरो रहे इशान किशन की हर कोई तारीफ कर रहा है, लेकिन एक समय ऐसा था जब किशन को काफी ओलचना का सामना करना पड़ा था। आज से पांच साल पहले 2016 में इशान किशन (Ishan Kishan) एक कार एक्सीडेंट के चलते गिरफ्तार हुए थे। इशान उस समय भारत की अंडर 19 टीम के कप्तान थे। दरअसल इशान ने अपनी तेज रफ्तार कार को एक ऑटो रिक्शा में ठोक दिया था। जिसके बाद रिक्शा में बैठे कई लोग चोटिल हो गए थे। इशान की इस हरकत के चलते उन्हें पटना पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। इशान (Ishan Kishan) की कार जैसे ही ऑटो रिक्शा से टकराई तभी वहां लोगों की भीड़ जमा हो गई और उन्होंने वहां इशान का विरोध करना शुरू कर दिया था। इशान (Ishan Kishan) ने इसके बाद उन लोगों से हाथापाई करनी शुरू कर दी थी। उस लड़ाई में इशान को लोगों ने खूब पीटा, जिसके बाद पुलिस ने मामले को सुलझाया। पुलिस ने उस वक्त इशान के साथ-साथ कई और लोगों को भी गिरफ्तार किया था।

इशान किशन के करियर की बात करें तो घरेलू क्रिकेट में झारखंड और आईपीएल में मुंबई इंडियंस के लिए खेलते हैं। वह आईपीएल में गुजरात लॉयन्स के लिए भी खेल चुके हैं। इस सीजन के विजय हजारे ट्रॉफी में भी उन्होंने बेहतरीन प्रदर्शन किया था। ईशान ने आईपीएल के 51 मैचों में 1211 रन बनाए हैं। इस दौरान उनका सर्वाधिक स्कोर 99 रन रहा है। इशान 2016 के अंडर-19 विश्व कप में भारतीय टीम के कप्तान भी रहे थे। हालांकि भारत को उस विश्व कप के फाइनल में वेस्टइंडीज के हाथों शिकस्त झेलनी पड़ी थी।