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मिशन प्लेऑफ के लिए पंजाब और सनराइजर्स हैदराबाद में होगी भिड़ंत

मिशन प्लेऑफ के लिए पंजाब और सनराइजर्स हैदराबाद में होगी भिड़ंत

शुरुआती मैचों में लगातार हार झेलने के बाद किंग्स इलेवन पंजाब ने अब जीत के रास्ते पर वापसी की है और लगातार तीन मैच जीते हैं। प्लेऑफ में जाने के लिए जरूरी है कि पंजाब अपने विजयी क्रम को जारी रखे। ऐसे में शनिवार को सनराइजर्स हैदरबाद के खिलाफ होने वाले मैच में भी उसकी यही कोशिश रहेगी। हैदराबाद की भी स्थिति पंजाब के समान है। उसे भी प्लेऑफ की उम्मीदों को बचाए रखने के लिए जीत चाहिए होगी।

हैदराबाद ने अपने पिछले मैच में जिस तरह का प्रदर्शन किया उसे देखकर पंजाब को सचेत रहना होगा। 2016 की विजेता ने अपने पिछले मैच में राजस्थान रॉयल्स को मात दी थी। उसके गेंदबाजों ने भी अच्छा प्रदर्शन किया था और बल्लेबाजों ने भी।

हां, हैदराबाद के लिए खिलाड़ियों की चोट एक समस्या है। भुवनेश्वर कुमार चोट के कारण पहले ही बाहर हो गए हैं जबकि केन विलियम्सन पिछले मैच में चोट के कारण नहीं खेले थे।

विलियम्सन के स्थान पर आए जेसन होल्डर ने गेंद से अहम योगदान देते हुए तीन अहम विकेट निकाले थे। होल्डर निचले क्रम में टीम को वह विकल्प दे सकते हैं जिसकी टीम को दरकार है- तूफानी अंदाज में रन बनाना। डेविड वार्नर और जॉनी बेयरस्टो पिछले मैच में नहीं चले थे, लेकिन मनीष पांडे ने नाबाद 83 रनों की पारी खेल टीम को जीत दिलाई थी और इसमें उनका साथ दिया था विजय शंकर ने।

शंकर का यह प्रदर्शन एक तरह से हैरानी भरा कहा जा सकता है, क्योंकि लगातार विफल रहने के बाद लंबे अरसे से शंकर से ऐसे प्रदर्शन की उम्मीद नहीं थी। शंकर ने राजस्थान के खिलाफ नाबाद 52 रन बनाए और मनीष के साथ 140 रनों की साझेदारी की।

अब देखना यह होगा कि शंकर फॉर्म को कब तक जारी रख पाते हैं। साथ ही विलियम्सन की चोट पर भी नजरें रहेंगी। गेंदबाजी में टीम ने शुरू से ही अच्छा किया है। संदीप शर्मा, टी.नटराजन और होल्डर तीनों मिलकर पंजाब को रोकने का दम रखते हैं। स्पिन में टीम के पास राशिद खान है।

वहीं पंजाब की बात की जाए तो, उसके लिए एक अच्छी खबर यह रही है कि पिछले कुछ मैचों से निकोलस पूरन का बल्ला चल रहा है। जिसका मतलब है कि कप्तान लोकेश राहुल, मयंक अग्रवाल और क्रिस गेल का साथ देने के लिए टीम के पास एक खिलाड़ी और है। इन चारों के बाद फिर टीम की बल्लेबाजी संकट में दिखने लगती है। इसका उपाय टीम को ढूंढ़ना होगा।

गेंदबाजी में भी पंजाब के पास मोहम्मद शमी हैं। युवा अर्शदीप ने अपनी तेज गेंदबाजी से सभी का ध्यान खींचा है। इन दोनों के अलावा जिम्मी नीशम टीम को एक ऑलराउंडर खिलाड़ी का अच्छा विकल्प देते हैं। रवि बिश्नोई और मुरुगन अश्विन टीम के स्पिन विभाग की मजबूत कड़ी हैं।.