टोक्यो ओलंपिक में भारत का मान बढ़ने वाले नीरज चोपड़ा पर हर देशवासी को गर्व है। जेवलिन थ्रोअर नीरज चोपड़ा ने ऑलिंपिक एथलेटिक्स में गोल्ड मेडल जीतकर 121 साल का सूखा खत्म कर दिया। उन्होंने जेवलिन में 87.58 मीटर के थ्रो के साथ भारत को टोक्यो में पहला गोल्ड दिलाया। यह कम ही लोगों को पता है कि नीरज चोपड़ा गोलगप्पे के बेहद शौकीन हैं और उनका मानना है कि गोलगप्पे से एथलीट को नुकसान नहीं होता।
अपने एक इंटरव्यू के दौरान नीरज ने अपने इस पसंद का खुलासा किया था। उन्होंने कहा कि, क्यों कभी-कभी गोलगप्पे खाने से कोई नुकसान नहीं होता। मुझे लगता है गोलगप्पे खाने में कोई नुकसान नहीं है। गोलगप्पे में ज्यादा पानी ही होता है और आपका पेट पानी से भर जाता है। पापड़ी बड़ी होती है लेकिन उसमें आटा बेहद कम होता है। गोलगप्पे खाने से आपके शरीर में पानी ही जाता है।
हालांकि, नीरज ने यह भी कहा कि वह रोज गोलगप्पे खाने के लिए नहीं कह रहे हैं। लेकिन कभी-कभी एथलीट गोलगप्पे खा सकते हैं। गोलगप्पे के अलावा नीरज चोपड़ा को अपनी मां के हाथ का बना चूरमा भी बेहद पसंद है ओलंपिक में मेडल जीतने के बाद उनकी मां ने कहा था कि वह अपने बेटे के वापस आने का इंतजार कर रही हैं ताकि उन्हें उनका पसंदीदा चूरमा बनाकर खिला सकें। नीरज की बहन ने बताया कि उनके भाई को मिठाई पसंद है लेकिन उन्होंने ओलंपिक के 6 महीने पहले से ही मीठा खाना तक छोड़ दिया था।