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शतरंज चैंपियनशिप जीतने वाली टीम को पीएम मोदी ने दी बधाई, बोले- मेहनत और समर्पण सराहनीय

शतरंज चैंपियनशिप जीतने वाली टीम को पीएम मोदी ने दी बधाई, बोले- मेहनत और समर्पण सराहनीय

ऑनलाइन शतरंज ओलंपियाड में संयुक्त विजेता घोषित की गयी भारतीय टीम को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बधाई और शुभकामनाएं दी हैं। पहली बार शतरंज में रचे गये इस इतिहास पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय टीम को ट्विटर के जरिए शुभकामनाएं दी।

नरेंद्र मोदी ने अपने अधिकारिक ट्विटर हैंडल पर टीम इंडिया को शुभकामनाएं देते हुए लिखा "फिडे शतरंज ओलंपियाड जीतने के लिए हमारे शतरंज खिलाड़ियों को बधाई। उनकी कड़ी मेहनत और समर्पण सराहनीय है। उनकी सफलता निश्चित रूप से अन्य शतरंज खिलाड़ियों को प्रेरित करेगी। मैं रूसी टीम को भी बधाई देना चाहूंगा।"

यह चैंपियनशिप जीतना भारत के लिए इसलिए भी उपलब्धि रही क्यों कि भारत ने हारी हुई बाजी जीती। दरअसल, सरवर खराब होने के कारण दूसरी बाजी के अंक भारतीय टीम के परिणाम में नहीं जुड़ पाये र भारतीय टीम को पराजित घोषित कर दिया। भारत ने अधिकारिक तौर पर इस विवादास्पद फैसले पर विरोध व्यक्त किया। भारतीय पक्ष की अपील की समीक्षा की गयी। भारतीय पक्ष की आपत्ति सही पाए जाने पर अंतरराष्ट्रीय शतरंज महासंघ (फिडे) के अध्यक्ष ने अर्काडी डोवोरकोविच भारत को चैंपियन घोषित किया। अर्काडी डोवोरकोविच ने कहा कि यह पहला अवसर था जबकि उसने कोविड-19 महामारी के कारण ओलंपियाड का ऑनलाइन आयोजन किया।

फिडे की ओर से किए गये ट्वीट में कहा गया है कि, ‘‘फिडे अध्यक्ष अर्काडी डोवोरकोविच ने दोनों टीमों भारत और रूस को फिडे ऑनलाइन शतरंज ओलंपियाड का स्वर्ण पदक देने का फैसला किया है।’’

फाइनल के बाद भारत के दिग्गज खिलाड़ी विश्वनाथन आनंद ने ट्वीट किया, ‘‘हम चैंपियन है। रूस को बधाई। ’’ फाइनल का पहला दौर 3-3 से बराबर रहा था। पहली छह बाजियां बराबरी पर छूटी थी। रूस ने दूसरा दौर 4.5-1.5 से जीता। उसकी तरफ से आंद्रेई एस्पिेंको ने सरीन को जबकि पोलिना शुवालोवा ने देशमुख पर जीत दर्ज की।

दूसरे दौर में पी हरिकृष्णा का स्थान आने वाले आनंद ने इयान नेपोमिनियात्ची के खिलाफ ड्रा खेला जबकि कप्तान विदित गुजराती ने दानिल दुबोव के खिलाफ अंक बांटे। विश्व रैंपिड चैंपियन कोनेरू हंपी ने अलेक्सांद्रा गोरयाचकिना को हराया जबकि डी हरिका ने अलेक्सांद्रा कोस्तेनियुक के साथ बाजी ड्रा खेली।

पहले दौर में गुजराती ने नेपोमिनियात्ची से ड्रा खेला जबकि हरिकृष्णा और व्लादीमीर आर्मेतीव ने भी अंक बांटे। अन्य मैचों में हंपी और हरिका ने क्रमश: लैगनो और कोस्तेनियुक के साथ ड्रा खेला जबकि आर प्रागननंदा और देशमुख भी अपने प्रतिद्वंद्वियों को बराबरी पर रोकने में सफल रहे।.