भारत की आईपीएल की तर्ज पर चले पाकिस्तान क्रिकेट में आपस में जूतम-पैजार शुरू हो चुकी है। मामला आपस में नहीं सुलझा तो अब लाहौर कोर्ट में अर्जी लगाई गयी है। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड को पाकिस्तान सुपर लीग (पीएसएल) की फ्रेंचाइजी ने करारा झटका दिया है। पीएसएल की सभी फ्रेंचाइजी ने पीसीबी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने का मन बना लिया है। इसके लिए फ्रेंचाइजी लाहौर हाईकोर्ट भी पहुंच चुकी हैं।
पीएसएल की फ्रेंचाईजी चाहती हैं कि पीएसएल के आर्थिक ढांचे में बदलाव हो। पीएसएल की फ्रेंचाइजी लंबे समय से काफी हताश हैं। फ्रेंचाइजियों ने कर छूट के लिए तर्क दिया, गेट मनी का बेहतर वितरण और विनिमय दर की बेहतर शर्तें बताईं, लेकिन फिर भी पहले चार सीजन तक सभी चुप रहे। फिर अतिरिक्त फ्रेंचाइजी भी लीग से जुड़ी। ऐसे में केंद्रीय पूल से मिलने वाले शेयर भी कम हो गए।
पीसीबी ने कहा कि एक बार पीएसएल पूरी तरह पाकिस्तान में खेला जाने लगे तो फ्रेंचाइजी को बड़ा लाभ मिलेगा। मगर मौजूदा सीजन तो पहली बार पूरी तरह पाकिस्तान में खेला गया, लेकिन इस पर कोविड-19 की मार पड़ी। प्लेऑफ के चार मैच खेले जाना बाकी है और इन्हें नवंबर में आयोजित कराया जाएगा।.