ऑस्ट्रलिया में जारी टेस्ट सीरीज में गर्महाट बढ़ गई है। खेल के साथ-साथ नस्लीय टिप्पणियों को लेकर चर्चा काफी तेज है। मैच में भारतीय खिलाड़ियों खास तौर पर मोहम्मद सिराज को इसका निशाना बनाया गया। चौथे दिन के खेल के बाद अश्विन ने रविवार को वर्चुअल प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस पर गुस्सा जाहिर करते हुए कहा कि इससे किसी शख्स की परवरिश का पता चलता है।
<img src="https://akm-img-a-in.tosshub.com/aajtak/images/photo_gallery/202101/ind_vs_aus_6_6.jpg" alt="Mohammed Siraj Racial Abuse" />
ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने माना कि सिडनी में इस तरह का व्यवहार कोई पहली बार नहीं हुआ है। अश्विन ने चौथे दिन का खेल समाप्त होने के बाद कहा कि सिडनी में पहले भी ऐसा होता रहा है। अश्विन ने कहा, 'एक समाज के रूप में हम काफी विकसित हो चुके हैं और ऐसे में इस तरह का व्यवहार काफी गलत है। कहीं न कहीं इससे परवरिश और चीजों को देखने के हमारे नजरिये का पता चलता है। हमें इसे सख्ती से निपटना चाहिए और ध्यान रखना चाहिए कि आगे से ऐसा न हो।'
अश्विन ने कहा, 'सिडनी में दर्शक खास तौर पर आगे की कतार में बैठने वाले कई दर्शक अकसर गलत बातें करते हैं। इसके चलते खिलाड़ी भी फंस चुके हैं। खिलाड़ियों ने प्रतिक्रिया दी है लेकिन उसमें उनकी गलती नहीं होती।'
<strong>क्या है मामला?</strong>
मोहम्मद सिराज बाउंड्री पर फील्डिंग कर रहे थे, तब कड़ी सुरक्षा के बावजूद फिर उनसे बदतमीजी हुई, जिसके बाद करीब 15 मिनट तक मैच रोका गया। टीम इंडिया ने मैच के दौरान इस बात की शिकायत अंपायरों से की, जिसके बाद सुरक्षा कर्मियों ने सिडनी क्रिकेट ग्राउंड में बैठे दर्शकों के उस ग्रुप को स्टेडियम से बाहर कर दिया, जिसने सिराज पर नस्लीय टिप्पणी की थी।
सिडनी टेस्ट के तीसरे दिन भी मोहम्मद सिराज पर लगातार कमेंट किये गए। सूत्रों के अनुसार मोहम्मद सिराज को सिडनी क्रिकेट ग्राउंड के एक स्टैंड में उपस्थित दर्शकों के एक ग्रुप ने ‘मंकी’ (बंदर) कहा, जिससे 2007-08 में भारतीय टीम के ऑस्ट्रेलिया दौरे के ‘मंकीगेट’ प्रकरण की याद ताजा हो गई। दिलचस्प बात है कि मंकीगेट प्रकरण भी सिडनी टेस्ट के दौरान ही हुआ था, जब एंड्रयू सायमंड्स ने दावा किया था कि हरभजन सिंह ने उन्हें कई बार 'बंदर' कहा था, लेकिन भारतीय ऑफ स्पिनर को इस मामले की सुनवाई के बाद पाक साफ करार दिया गया था।
इससे पहले हरभजन सिंह ने भी सोशल मीडिया पर लिखा कि उनके साथ भी कई बार ऐसा हुआ है, कि उनके धर्म को लेकर उन्हें निशाना बनाया गया।
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