इंग्लैंड-दक्षिण अफ्रीका टी-20 सीरीज के दौरान कोचिंग स्टाफ द्वारा कप्तान को संदेश भेजने को लेकर बवाल मच गया है। दरअसल इंग्लैंड के कप्तान इयोन मोर्गन को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ प्लाकार्ड्स (सूचना पत्र) का प्रयोग करते हुए देखा गया था। पूर्व भारतीय कप्तान सुनील गावस्कर ने मैच के दौरान इंग्लैंड की कोचिंग स्टाफ द्वारा कप्तान को संदेश भेजने के लिए इस्तेमाल किए गए प्लाकार्ड्स पर नाराजगी जताई है। यहां ये बताना जरूरी है कि क्रिकेट में इस तरह का प्रयोग सबसे पहले पाकिस्तान सुपर लीग में हुआ था।
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मोर्गन ने कहा था कि ऐसा करने से पहले उन्हें मैच रेफरी से अनुमति मिली थी। लेकिन गावस्कर ने इस पर सवाल उठाते हुए कहा है कि क्या रेफरी ने ऐसा करने से पहले अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) से इस मामले पर चर्चा की थी।
गावस्कर ने एक शो में कहा, "मैं जानना चाहूंगा कि क्या मैच रेफरी ने आईसीसी से इसकी पुष्टि की थी? क्या उन्होंने आईसीसी से पूछा था? क्या आईसीसी की क्रिकेट समिति ने इसे मंजूरी दे दी, हमें अभी तक इसकी जानकारी नहीं है।"
उन्होंने कहा, "ऐसा पहली बार हो रहा है। हमें बताया गया था कि इस प्रकार की रणनीति का उपयोग पाकिस्तान सुपर लीग के दौरान भी किया गया था और शायद यह वही व्यक्ति था, जिसने इस तकनीक का इस्तेमाल किया था, जो वहां एक विश्लेषक था। लेकिन मुझे नहीं लगता कि क्रिकेट में ऐसा होना चाहिए।" गावस्कर ने कहा कि अगर ड्रेसिंग रूम मैदान पर अपने कप्तान को कोई संदेश भेजना चाहती है तो वह 12वें खिलाड़ी का इस्तेमाल कर सकती है।.