ऋषभ पंत ये नाम आज हर क्रिकेट प्रेमी के जुबान पर चढ़ा हुआ है। पंत ने अपनी बल्लेबाजी के पूरी दुनिया को दिवाना बना दिया है। टेस्ट हो या फिर वनडे और टी20, हर प्रारूप में पंत कमाल का जलवा बिखेर रहे हैं। पर एक वक्त ऐसा था जब ऋषभ पंत के पीछे लोग धोकर पड़े हुए थे। हर तरफ उनकी आलोचना हो रही थी। जब उनके रन नहीं बनते तो स्टेडियम लोग धोनी-धोनी चिल्लाने लगते।
कुछ तो अपनी लापरवाह बल्लेबाजी की वजह से और कुछ किस्मत की वजह से भी पंत ने वो मुश्किल दौर देखा। ऐसे समय में उनकी आलोचना का दौर भी लंबा चला था। पंत के ऐसे ही आलोचकों पर अब भारतीय टीम के पूर्व क्रिकेटर और चेन्नई सुपरकिंग्स के स्टार बल्लेबाज सुरेश रैना (Suresh Raina) जमकर बरसे हैं। सुरेश रैना से जब ये पूछा गया कि अगर उन्हें किसी एक डेब्यूटेंट को चुनना हो जिसने उन्हें सबसे ज्यादा प्रभावित किया तो वो कौन होगा। इस पर उन्होंने कहा, जहां तक ऋषभ पंत की बात है तो उनके साथ फिटनेस संबंधी समस्याएं चल रही थीं। वह काफी खराब दौर से गुजरे थे। इतना कि कोई भी उन्हें मंदिर का घंटा समझकर बजाकर चला जा रहा था। मगर पहले तो उन्होंने ऑस्ट्रेलिया में ऐसी बल्लेबाजी की कि हर पारी में बड़ा स्कोर करते नजर आए। जैक लीच के खिलाफ तो ऐसा लग रहा था कि जैसे वो हर गेंद पर छक्का लगा देंगे।
रैना ने कहा कि पंत जैसे स्ट्रोक प्लेयर के लिए जरूरी है कि उन्हें खुलकर खेलने की आजादी दी जाए। कई बार जब वो बड़े शॉट लगाने की कोशिश में आउट भी हो जाएं तो आपको उनका समर्थन करना चाहिए। जैसा कि ब्रायन लारा कहा भी करते थे कि जब वक्त अच्छा हो तो इस तरह के खिलाड़ी बेतहाशा रन बनाते हैं, और जब वक्त खराब हो तो ये रन उस खिलाड़ी की काबिलियत को दर्शाते हैं। उन्हें समर्थन की जरूरत है और विराट कोहली ऐसा कर रहे हैं। पंत टीम के साथ अगले 10 से 15 साल तक रहेंगे।