भारतीय क्रिकेट टीम 9 साल बाद पहली बार किसी ICC टूर्नामेंट के नॉकआउट राउंड के लिए क्वालिफाई नहीं कर पाई। टीम इंडिया प्रदर्शन पाकिस्तान और न्यूजीलैंड के खिलाफ अच्छा नहीं रहा था, जिसके कारण टीम इंडिया को हार मिली और वही घातक साबित हुई। खराब प्रदर्शन के पीछ टीम इंडिया के तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह और फिर बॉलिंग कोच भरत अरुण द्वारा IPL और T20 वर्ल्ड कप के बीच गैप और थकान का कारण बताया जिसपर BCCI भड़क गई है।
BCCI ने कहा है कि, अगर ऐसा था तो इन्हें IPL नहीं खेलना चाहिए था। IPL खेलने के लिए किसी ने इन्हें मजबूर थोड़े ना किया था। टीम इंडिया की आईसीसी टी20 वर्ल्ड कप 2021 में अपना आखिरी ग्रुप मैच खेलने से पहले की दावेदारी खत्म हो गई है। भारतीय टीम के इस प्रदर्शन पर अलग-अलग कारणों को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है। वहीं, BCCI के एक सीनियर अधिकारी का कहना है कि, जहां तक बायोबबल से होने वाली थकान की बात है, तो किसी भी खिलाड़ी को IPL खेलने के लिए मजबूर नहीं किया गया था। अगर विराट और बुमराह को लगता था कि वर्ल्ड कप ज्यादा महत्वपूर्ण है तो उन्हें IPL नहीं खेलना चाहिए था। BCCI ने उन्हें सारी सुविधाएं दे रखी थी, उनके साथ उनकी फैमिली भी थी। कोरोना के चलते हम सब मुश्किल दौर से गुजरे हैं।
बता दें कि, टीम इंडिया के इस प्रदर्शन को लेकर कई तरह के सवाल खड़ें हो रहे हैं, जिसमें बायो-बबल की थकान भी जिम्मेदार मानी जा रही है। टीम के सीनियर गेंदबाज जसप्रीत बुमराह के इस बयान के बाद टीम के गेंदबाजी कोच भरत अरुण ने कहा कि, 6 महीने तक घर से दूर रहना बहुत बड़ी बात है। मुझे लगता है कि पिछले आईपीएल के निलंबित होने के बाद उन्हें एक छोटा ब्रेक मिला था, उसके बाद से खिलाड़ी घर नहीं गए हैं। वे 6 महीने से बायो-बबल में हैं और इससे शरीर पर काफी प्रभाव पड़ता है। आईपीएल और विश्व कप के बीच एक छोटा सा ब्रेक खिलाड़ियों के लिए फायदेमंद हो सकता था।