टोक्यो ओलिंपिक 2020 में भारतीय खिलाड़ियों का प्रदर्शन जारी है। इस कड़ी में भारतीय गोल्फर अदिति अशोक से करोड़ों भारतीय लोगों की उम्मीदें टिकी हुई है। अदिति अशोक भारत के लिए गोल्ड लाकर इतिहास रच सकती है। 23 वर्षीय अदिति ने शुक्रवार को 3 अंडर 68 का कार्ड खेला और दूसरे स्थान पर बरकरार रहीं। आखिरी और चौथे राउंड का मुकाबला अब शनिवार यानी कल होगा। चूंकि मौसम में बदलाव जारी है, ऐसे में अगर मौसम खराब होता है, तो मुकाबला रद्द होने की स्थिति में तीसरे राउंड तक के ही स्कोर गिने जाएंगे। जिसमें अदिति अशोक सिल्वर मेडल जीत सकती है।
Making #IND proud. 👏@aditigolf | #Olympics pic.twitter.com/EbHQP34P3Q
— LPGA (@LPGA) August 6, 2021
फिलहाल, अदिति के पास गोल्ड जीतने का भी मौका है। आपको बता दें कि अदिति का यह दूसरा ओलंपिक है। 2016 के रियो ओलंपिक में अदिति ने 41वें स्थान हासिल की थी। अदिति का जन्म 29 मार्च 1988 को कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में हुआ था। वर्तमान में वो भारत की सर्वश्रेष्ठ महिला गोल्फर कही जा सकती हैं। सिर्फ 5 साल की उम्र में अदिति ने गोल्फ खेलना शुरू कर दिया था। एक इंटरव्यू में अदिति ने बताया था कि वो एक बार पिता अशोक गुडलामणि और मां मैश के साथ एक रेस्तरां गई थी, जहां गोल्फ कोर्स बगल में था।
When the heat is on, 🇮🇳 @aditigolf delivers.
Ashok has been in the top-two after all three rounds, and a third-round 68 keeps her in 🥈 position.
She's 12-under and three strokes behind 🇺🇸 @NellyKorda. pic.twitter.com/cDrb1H1CLS
— Olympic Golf (@OlympicGolf) August 6, 2021
गोल्फ कोर्स से चीयर सुनकर वो इस खेल के लिए आकर्षित हुईं। इसके बाद अदिति ने गोल्फ खेलना शुरू कर दिया। गोल्फ में अदिति को पूरे परिवार की तरफ से भी पूरा सपोर्ट मिला। 9 साल की उम्र में उन्होंने अपना पहला टूर्नामेंट जीता और 12 साल की उम्र में तो नेशनल टीम का हिस्सा बन गईं। अदिति लेडिज यूरोपियन टूर टाइटल जीतने वाली पहली भारतीय हैं। साल 2016 में रियो ओलंपिक में उतरते ही अदिति ने सबसे कम उम्र की गोल्फर बन गई। अब 23 साल की वो एक और इतिहास रचने के बेहद करीब हैं।