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टीम इंडिया को नहीं हरा पाने का अफसोस जिंदगी भर रहेगाः उमर गुल

टीम इंडिया को नहीं हरा पाने का अफसोस जिंदगी भर रहेगाः उमर गुल

भारत और पाकिस्तान की क्रिकेट टीमें जब भी मैदान पर आमने-सामने होती हैं, जीत और हार से ज्यादा भावनाओं का सैलाब उमड़ पड़ता है। मुकाबला कहीं भी और टूर्नामेंट कोई भी हो। दोनों टीमों की भिड़ंत रोमांच के पारे को बढ़ाने वाली होती है। क्रिकेट के इतिहास में पाकिस्तान की टीम आज तक टीम इंडिया को वर्ल्ड कप में हरा नहीं पाई है। पाकिस्तान के कई दिग्गज कप्तानों ने इतिहास बदल देने के इरादे से मुकाबला किया, लेकिन परिणाम को बदलने में नाकाम रहे। पाकिस्तान के एक क्रिकेटर ने 2011 विश्व कप के नौ साल बाद अब भारतीय क्रिकेट टीम को नहीं हरा पाने पर अफसोस जाहिर किया है।

पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज उमर गुल ने कहा है कि 2011 वर्ल्ड कप में मोहाली में हुए सेमीफाइनल मैच में भारतीय टीम को नहीं हरा पाने का अफसोस उन्हें आज भी है और ताउम्र रहेगा।

30 मार्च 2011 को मोहाली में खेले गए अंतिम चार के मैच में मेजबान टीम इंडिया ने पाकिस्तान को 29 रन से हराकर फाइनल में प्रवेश किया था। खिताबी मुकाबले में भारतीय क्रिकेट टीम ने महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में श्रीलंका को हराकर विश्व कप हासिल किया था।

पाक पैशन से बातचीत में गुल ने कहा, "अगर आप क्रिकेट करियर की बात करें तो मेरे मन में सिर्फ और सिर्फ इस बात का अफसोस रहता है कि हम मोहाली में सेमीफाइनल में भारत को नहीं हरा सके थे। उस मैच से पहले हम टूर्नामेंट में शानदार खेले लेकिन एक मैच ने हमारी सारी उम्मीदों पर पानी फेर दिया।" गुल ने हाल ही में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लिया है।

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