चीन पर इकनॉमिक स्ट्राइक जारी है। अब खबर आ रही है कि इस साल से आईपीएल से चीनी मोबाइल कंपनी वीवी बाहर हो सकती है। टाइटल प्रायोजन का अधिकार वीवो के पास है जिसे अब ट्रांसफर किया जा सकता है। उसकी जगह लेने में ड्रीम 11 और अनअकेडमी दौड़ में आगे मानी जा रही हैं। ड्रीम 11 आईपीएल 2020 का टाइटल प्रायोजक था जिसने 220 करोड़ रुपये में अधिकार खरीदे थे। वीवो ने पांच साल के करार के लिए 440 करोड़ रुपये सालाना का करार किया था।
बोर्ड के एक सूत्र ने बताया, ‘यह लगभग तय है कि वीवो का आईपीएल टाइटल प्रायोजन करार आपसी सहमति से खत्म होने जा रहा है। इसे 2020 में निलंबित किया गया था। इसके एक प्रावधान है कि वह अपना बकाया दायित्व नए प्रायोजक को दे सकता है। बोर्ड सैद्धांतिक रूप से तैयार हो जाए तो यह संभव है। ड्रीम 11 और अनअकेडमी वीवो के सामने प्रस्ताव रखेंगे।
अनअकेडमी सहायक प्रायोजक है और वीवो से अधिकार लेने के लिए बड़ी रकम चुकाने को तैयार है।’ एमपीएल भारतीय टीम का किट स्पॉन्सर है। बीसीसीआई प्रबंधन को लगता है कि इस सप्ताह के आखिर तक इस बारे में तस्वीर साफ हो जाएगी। तब तक वीवो को भी फाइनल ऑफर मिल जाएगा।