हत्या के आरोपी सुशील कुमार को दिल्ली पुलिस ने धर दबोचा है। उन्हें दिल्ली के मुंडका इलाके से पकड़ा गया। उसे स्कूटी के साथ पकड़ा गया। पुलिस ने स्कूटी को सीज कर दिया है। जिस स्कूटी का इस्तेमाल सुशील कर रहे थे वो दिल्ली की लड़की का है। जानकारी के मुताबिक उसने स्कूटी एक लड़की से मांगी थी और बाद में उसी स्कूटी के साथ दिल्ली पुलिस ने पकड़ लिया।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक दिल्ली पहुंचते ही सुशील कुमार वेस्ट दिल्ली के हरि नगर में रहने वाली एक लड़की के घर गया और उस लड़की से स्कूटी ली। लड़की से स्कूटी लेने के बाद सुशील कुमार उसी पर सवार होकर अजय नाम के शख्स के साथ किसी से पैसे लेने जा रहा था। बताया जाता है कि गिरफ्तारी के डर से भाग रहे सुशील कुमार के पास पैसे खत्म हो गए थे। सुशील कुमार जब हरि नगर स्थित लड़की के घर गया तो फोन का इस्तेमाल नहीं कर रहा था। सुशील ने उस लड़की को फोन भी नहीं किया था। सुशील कुमार सीधा लड़की के घर गया और उससे स्कूटी मांगी। इसके अलावा ये भी जानकारी मिली है कि सुशील कुमार डोंगल के जरिए इंटरनेट का इस्तेमाल कर रहा था और अपने करीबियों से लगातार संपर्क में था।
पहलवान सुशील ने 19 दिनों की फरारी में 19 ठिकाने बदले। पुलिस से बचने के लिए वह लगातार ठिकाने बदलता रहा। दिल्ली से फरार होने के बाद सुशील यूपी होते हुए सीधे उत्तराखंड गया, जहां से वह हरियाणा, पंजाब, फिर हरियाणा और आखिर में वापस दिल्ली आया। इस दौरान पुलिस से बचने के लिए आरोपी ने इन पांच प्रदेशों में 19 जगहों पर अपने जानकारों की मदद से शरण ली थी।
पुलिस के अनुसार, हरिद्वार, ऋषिकेश में आश्रम सहित तीन जगहों पर सुशील थोड़ी-थोड़ी देर तक रहा था। जबकि, दिल्ली में ही उसने चार बार ठिकाने बदले। बहादुरगढ़ में भी वह तीन अलग-अलग जगहों पर रहा। इसके बाद झज्जर में भी वह दो जगहों पर रुका। फिर आरोपी चंडीगढ़ गया, जहां उसने दो जगह ठिकाने बनाए। फिर वह बठिंडा में आकर ठहरा। यहां से वापस चंडीगढ़ गया तो इस बार नए ठिकाने पर पहुंचा और फिर चंडीगढ़ से गुरुग्राम पहुंचकर कुछ देर ठहरा।