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कश्मीर में युवाओं को मिल रहा है फुटबॉलर बनने का मौका

कश्मीर में युवाओं को मिल रहा है फुटबॉलर बनने का मौका

<p id="content">आई-लीग में 2018 में प्रमोट होने के बाद से रियल कश्मीर भारतीय फुटबाल में एक बड़ा नाम बनकर उभरी है। इसके पीछे एक बड़ी वजह उसके जुनूनी प्रशंसक हैं। कोविड-19 के बाद देश बीते कुछ महीने से लॉकडाउन से निकल रहा है और इसी बीच क्लब ने अपने प्रशंसकों के साथ संबंधों को और मजबूत करने के लिए एक कार्यक्रम शुरू किया जो देश के कई भागों में पहुंचेगा।

क्लब के चेयरमैन संदीप चाटो के मुताबिक, इस कार्यक्रम का मकसद आगे जाकर जमीनी स्तर पर वो सकारात्मकता फैलाना है जो क्लब ने पैदा की है। एआईएफएफ डॉट कॉम ने चाटो के हवाले से लिखा, "क्लब चार साल से यहां है और अब मुझे महसूस होता है कि जो हम कर रहे हैं, उसमें हमें और आगे जाना होगा। आई-लीग स्तर पर लोग टीम को देखते हैं। यह मनोरंजन का एक साधन है, इसलिए हम यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि हमारा जो कार्यक्रम है वो जमीनी स्तर पर काम करे और जो गतिविधियां हम करते हैं, वो करे।"

यह कार्यक्रम इसी साल जुलाई में शुरू किया गया था, जिसका मकसद कश्मीर के सभी जिलों में जाना और युवाओं को खेल के प्रति आकर्षित करने के अलावा युवा प्रतिभाशाली खिलाड़ियों की भर्ती करना था। 22 जुलाई से रियल कश्मीर की रिजर्व टीम और युवा टीमों ने (अंडर-18, अंडर-15 और अंडर-13) कुल मिलाकर 54 मैच खेले हैं। इन मैचों में प्रदर्शनी मैच और टूर्नामेंट के मैच भी शामिल हैं।</p>.