बिहार की राजधानी से सटे शहर फुलवारी शरीफ में 22 साल की लड़की के अपहरण से मुख्यमंत्री का पारा सातवें आसमान पर है। नितीश कुमार राज्य के मुख्य सचिव और डीजीपी को तलब करने के बाद अचानक पुलिस मुख्यालय पर जा पहुंचे और राज्य के पुलिस अफसरों की जमकर क्लास लगाई।
दरअसल बिहार में आपराधिक वारदातें थमने का नाम नहीं ले रही हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कानून-व्यवस्था के मुद्दे पर हुई बैठकों में कई बार अधिकारियों को जरूरी निर्देश दिए हैं। बावजूद इसके वारदातें लगातार सामने आ रही हैं।
फुलवारी शरीफ में देर रात करीब 20 के संख्या में कार सवार बदमाशों ने 22 साल की युवती का अपहरण कर लिया। मामला नोहसा इलाके का है, जहां हथियार के बल पर बदमाशों ने वारदात को अंजाम दिया। जिस लड़की का अपहरण हुआ वो ट्यूशन टीचर है। वारदात के दौरान घरवालों के शोर मचाने पर ग्रामीणों ने बदमाशों का पीछा किया तो बदमाश फायरिंग करते हुए फरार हो गए।
घटना के बाद युवती के घर वालों के शोर से इलाके में भारी भीड़ जमा हो गई। नाराज लोगों ने इस वारदात को लेकर हंगामा शुरू कर दिया। इस बीच मामले की सूचना मिलते ही पुलिस टीम मौके पर पहुंची।
युवती के अपहरण का आरोप मोहम्मद फिरोज उर्फ अफरोज के ऊपर लगा है। पुलिस को घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज में कार सवार बदमाशों के भागने की तस्वीरें मिली है। ऐसा बताया जाता है कि युवती के घर के बगल में ही आरोपी फिरोज का घर है। अफरोज मूल रूप से सहरसा का रहने वाला बताया जा रहा है। छानबीन में पता चला है कि युवती फिरोज के घर में पढ़ाने जाया करती थी।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि अगर लड़की को बरामद नहीं किया जाता है तो दोषी अफसरों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।.