सिंध पुलिस और जनरल बाजवा की फौज में हुए घमासान की गूंज अभी तक सुनाई दे रही है। इस घमासान पर पंजाब (पाकिस्तानी पंजाब) के लोग आर्मी की हिमायत कर रहे हैं तो सिंधी-पश्तून और बलूचों ने कहा है कि बाजवा की पंजाबी फौज दीगर कौमों पर जुल्म कर रही है। हालात यह हैं कि आर्मी चीफ जनरल बाजवा के जांच के आदेश के बावजूद सिंध के मुख्यमंत्री मुराद अली ने अलग से जांच कमेटी का ऐलान कर दिया है। कहा जा रहा है कि खुद सिंध के मुख्यमंत्री मुराद अली को फौजी जांच पर भरोसा नहीं है। बाजवा की आर्मी ने पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री के दामाद कैप्टन सफदर की गिरफ्तारी से पहले रात को एक बजे सिंध के आईजी को बंदूक के जोर पर अगवा किया और अनजान जगह पर ले जाकर कैप्टन सफदर की गिरफ्तारी वाली फाइल पर दस्तखत करवाए थे। बाजवा की इस आर्मी की इस हरकत के बाद सिंध के 70 पुलिस अफसर छुट्टी पर चले गए थे।
https://youtu.be/QooA8y29gWo.