तालिबान द्वारा अफगानिस्तान में कार्यवाहक सरकार का ऐलान कर दिया है। इस सरकार में ऐसे कई चेहरों को जगह दिया गया है जो काफी विवादित है। दरअसल जिन लोगों को कार्यवाहक सरकार की जिम्मेदारी की गई उनमें से अधिकतर आतंकी गतिविधियों में शामिल रहे हैं। इनमें 5 ऐसे लोग हैं जिन्हें UN द्वारा आतंकी घोषित किया गया है।
मुल्ला हसन अखुंद– मुल्ला हसन अखुंद को तालिबान ने कार्यवाहक सरकार में प्रधानमंत्री बनाया है। मुल्ला कंधार से ताल्लुक रखते हैं। मुल्ला हसन संयुक्त राष्ट के वैश्विक आतंकियों की सूची में शामिल हैं।
मुल्ला बरादर– मुल्ला बरादर को डिप्टी पीएम यानी उप प्रधानमंत्री बनाया गया है। साल 1994 में तालिबान के गठन में इसको शामिल किया गया था। 1996 से लेकर 2001 तक चले तालिबान शासन में बरादर ने अहम भूमिका निभाई थी। कहा जाता हैं कि तालिबान सरकार के पतन के बाद बरादर ने गठबंधन बलों पर हमला किया था।
अब्दुल सलाम हनाफी– अब्दुल सलाम हनाफी को अफगानिस्तान का दूसरा उपप्रधानमंत्री बनाया गया हैं। मादक पदार्थों के तस्करी के कारण संयुक्त राष्ट्र ने उसपर प्रतिबंध लगा रखा है। कहा जाता है कि अब्दुल सलाम हमाफी ही यूएस अफगानिस्तान शांति समझौते की कुंजी था।
सिराजुद्दीन हक्कानी– सिराजुद्दीन हक्कानी को तालिबान ने गृह मंत्री का पद सौंपा हैं। हक्कानी पाकिस्तान में रहने वाला हैं। हक्कानी पर अमेरिका ने 5 मिलियन डॉलर यानी करीब 38 करोड़ रुपये का इनाम भी रखा हुआ है। वहीं हक्कानी एफबीआई की मोस्ट वांटेड आतंकियों की लिस्ट में भी शामिल है।
आमिर खान मुतक्की- मुतुक्की को तालिबान सरकार में विदेश मंत्री बनाया गया है। उसे शांति आयोग और वार्ता दल का सदस्य नियुक्त किया गया था, जिसमें अमेरिका अफगानिस्तान के बीच बातचीत की कड़ी में उसने अमेरिका से बात की थी।