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G-20 शिखर सम्मेलन में भारत आने वाले हैं बाइडन और जिनपिंग समेत दुनिया के 25 शक्तिशाली नेता।

G-20 शिखर सम्मेलन में शामिल होंगे दुनियाभर के 25 शक्तिशाली नेता

G-20 शिखर सम्मेलन में जो बाइडन,और शी जिनपिंग समेत दुनिया के 25 शक्तिशाली नेता भारत की राजधानी दिल्ली आने वाले हैं। राजधानी दिल्ली में 9 और 10 को जी-20 शिखर सम्मेलन का आयोजन हो रहा है। इस मौके पर दुनियाभर के नेताओं का जुटान भारत में होने वाला है। दुनियाभर की मीडिया की नजरें इस शिखर सम्मेलन पर रहने वाला है।

दुनियाभर के शक्तिशाली शासक भारत की राजधानी दिल्ली में इकठ्ठा हो रहे हैं। मौका है G-20 शिखर सम्मेलन का जिसमें दुनियाभर के शीर्ष नेताओं का जमावरा भारत की राष्ट्रीय राजधानी नई दिल्ली में होने वाला है।

इस शिखर सम्मेलन में अमेरिका के राष्‍ट्रपति जो बाइडन से लेकर चीनी के शी जिनपिंग और तुर्की के रेसेप तैयप एर्दोगन समेत दुनिया के कई शक्तिशाली नेता भारत की सरजमीं पर कदम रखने वाले हैं। इन नेताओं के भारत आने और जी-20(G-20) सम्‍मेलन में शामिल होने की वजह से पूरी दुनिया की नजरें देश पर टिकी हुई हैं।

इस तरह का पहला मौका है जब सभी नेता भारत आ रहे हैं।

साल 2008 में उत्पन्न हुए वैश्विक आर्थिक संकट के जवाब में हर साल इस शिखर सम्मेलन का आयोजन हो रहा है। यह पहली बार है जब भारत को इस सम्मेलन की मेजबानी का मौका मिला है। जो नेता भारत आ रहे हैं उनमें अर्जेंटीना के राष्‍ट्रपति अल्बर्टो फर्नांडीज, ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीस, ब्राजील के राष्‍ट्रपति लुइज इनासियो लूला दा सिल्वा, कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो, चीन के राष्‍ट्रपति शी जिनपिंग, फ्रांस के इमैनुएल मैंक्रो, जर्मनी के चांसलर ओलाफ स्कोल्‍ज, इंडोनेशिया के राष्‍ट्रपति जोको विडोडो और अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन शामिल हैं।

साथ ही इस G-20 शिखर सम्मेलन में इटली की प्रधानमंत्री जियोर्जिया मेलोनी, जापान के पीएम फुमियो किशिदा, दक्षिण कोरिया के राष्‍ट्रपति यून सुक येओल, सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस और पीएम मोहम्मद बिन सलमान, दक्षिण अफ्रीका के राष्‍ट्रपति सिरिल रामफोसा, तुर्की के राष्‍ट्रपति एर्दोगन, ब्रिटेन के पीएम ऋषि सुनक,यूरोपीय काउंसिल के मुखिया चार्ल्स मिशेल और यूरोपियन यूनियन की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन की भी मौजूदगी रहने वाली है।

सम्मेलन में रूस के राष्ट्रपति पुतिन नहीं होंगे शामिल

दिल्ली में होने वाली G-20 शिखर सम्मेलन में रूस के राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन शामिल नहीं हो रहे हैं,उनकी जगह उनके विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव आएंगे। इसी तरह से मैक्सिको के प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व वित्त मंत्री मंत्री रकेल ब्यूनरोस्त्रो सांचेज करेंगे। मैक्सिको के राष्‍ट्रपति एंड्रेस मैनुअल लोपेज ओब्रेडोर ने साल 2020 में रियाद में हुए जी-20 सम्‍मेलन में वर्चुअल शिखर सम्मेलन में शामिल हुए थे। इसके बाद से पारंपरिक रूप से मंत्री-स्तरीय प्रतिनिधित्व को ही आगे बढ़ा रहे हैं।

बता दें कि इस शिखर सम्मेलन में मैक्सिको की उपस्थिति इस स्तर पर लगातार बनी हुई है। इसके विदेश मंत्री मार्सेलो एबरार्ड ने साल 2022 में बाली जी20 शिखर सम्मेलन, 2021 में इटली जी20 शिखर सम्मेलन और 2019 में ओसाका जी20 शिखर सम्मेलन में देश का प्रतिनिधित्व किया है।

LAC पर तनावपूर्ण स्थिति के बीच जिनपिंग का दिल्ली आगमन

एलएसी यानी वास्तविक नियंत्रण रेखा पर बेहद तनावपूर्ण स्थिति के बावजूद इस शिखर सम्मेलन में चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग दिल्ली आ रहे हैं,पीएम मोदी के साथ एक अनौपचारिक बातचीत के बाद उनके आने की बात तय हुई। जिनपिंग की आखिरी भारत यात्रा साल 2019 में तमिलनाडु के मामल्लपुरम में थी।

व्हाइट हाउस ने पीएम मोदी के G-20 नेतृत्व की सराहना की

अमेरिका स्थित व्हाइट हाउस ने बाइडन की यात्रा की घोषणा करते हुए पीएम मोदी के जी-20 नेतृत्व की सराहना की और आर्थिक सहयोग मंच के प्रति अमेरिकी प्रतिबद्धता की पुष्टि की।

भारतीय मूल के ब्रिटिश प्रधानमंत्री भी होंगे शामिल

भारतीय मूल के ब्रिटेन के पहले प्रधानमंत्री ऋषि सुनक और दक्षिण कोरियाके राष्ट्रपति यून सुक येओल की पदभार ग्रहण करने के बाद पहली की भारत यात्रा है।

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