अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी कतर के नेताओं के साथ द्विपक्षीय बैठक के लिए सोमवार को कतर की यात्रा पर जा रहे हैं, लेकिन वे तालिबान पदाधिकारियों के साथ कोई मुलाकात नहीं करेंगे, क्योंकि शांति वार्ता चल रही है।
अफगानिस्तान की सरकार और अफगान तालिबान के बीच पिछले महीने से शुरू हुई वार्ता का उद्देश्य युद्धरत पक्षों पर हिंसा को कम करने और अफगानिस्तान में संभावित नए सत्ता-साझाकरण समझौते पर सहमति कायम करना है।
हालांकि दोनों पक्षों के बीच हिंसा अभी भी खत्म नहीं हुई है क्योंकि अफगान वार्ताकार पहली बार प्रत्यक्ष वार्ता में शामिल हुए हैं। कई अफगान सैनिक और तालिबान के लड़ाके इस संघर्ष में मारे गए हैं और आत्मघाती हमलों ने युद्धग्रस्त देश भर में हाल के हफ्तों में दर्जनों से ज्यादा नागरिकों की जान ले ली है।
गनी और उनका दल सोमवार को कतर की यात्रा से पहले कुवैत के दिवंगत अमीर के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए कुवैत में रूकेगा।
अफगानिस्तान-कतर के संबंधों को मजबूत करने और विभिन्न क्षेत्रों में आपसी सहयोग के प्रयासों पर चर्चा करने के लिए कई द्विपक्षीय बैठकों की योजना बनाई गई है। एक अफगान अधिकारी ने कहा कि गनी तालिबान के साथ बातचीत कर रहे अफगान प्रतिनिधियों से भी मुलाकात करेंगे।
शांति प्रक्रिया की निगरानी करने वाले एक वरिष्ठ पश्चिमी राजनयिक ने कहा कि यह स्पष्ट है कि गनी तालिबान के पदाधिकारियों से नहीं मिलेंगे क्योंकि हिंसा में कमी नहीं हुई है और तालिबान निर्दोष नागरिकों को मार रहा है।
अंतर-अफगान वार्ता तालिबान आतंकवादियों और अमेरिका के बीच एक फरवरी को हुए समझौते का हिस्सा है। जिसने अमेरिकी सेना को अपने सबसे लंबे युद्ध से अलग होने का रास्ता साफ कर दिया है। कूटनीतिक सूत्रों ने साफ कहा कि अभी तक अंतर-अफगान वार्ता में कोई प्रगति नहीं हुई है क्योंकि युद्धरत अफगान प्रक्रियाओं और नियमों में उलझ कर रह गए हैं।.